राज्यपाल के हाथों डिग्री लेने से इनकार... पीएचडी स्कॉलर ने ऐसा क्यों किया? देखें Video
तमिलनाडु के मनोनमनियम सुंदरनार विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पीएचडी स्कॉलर जीन जोसेफ ने राज्यपाल आर. एन. रवि से डिग्री लेने से इनकार कर कुलपति से डिग्री ली, जिससे राजनीतिक विवाद तेज हो गया.

Tamil Nadu news: तमिलनाडु के मनोनमनियम सुंदरनार विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षांत समारोह में पीएचडी स्कॉलर छात्रा जीन जोसेफ ने राज्यपाल से अपनी डिग्री लेने से इनकार कर दिया. दरअसल, राज्यपाल आर. एन. रवि छात्रों को डिग्री प्रदान कर रहे थे, लेकिन एक छात्रा ने राज्यपाल को नजरअंदाज कर सीधे कुलपति से अपनी डिग्री लेना चुना. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है.
सूत्रों के मुताबिक, ये छात्रा जीन जोसेफ DMK के नागरकोइल डिप्टी सेक्रेटरी एम. राजन की पत्नी हैं. उन्होंने ये कदम राज्यपाल और DMK सरकार के बीच चल रहे टकराव को उजागर करने के लिए उठाया. वीडियो में साफ दिख रहा है कि राज्यपाल ने उन्हें पास आने का इशारा किया, लेकिन वो सीधे कुलपति सी. चंद्रशेखर के पास जाकर डिग्री लेती हैं और ‘थैंक यू’ कहती हैं, जिस पर राज्यपाल मुस्कुराते हुए सिर हिलाते हैं.
PhD student refuses to receive her doctorate from the TN Governor #RNRavi at the convocation.
— Mugilan Chandrakumar (@Mugilan__C) August 13, 2025
Manonmaniam Sundaranar Uni PhD student Jean Joseph has refused to receive her Doctorate from the Governor stating that he is acting against the #Tamil language and Tamil people. pic.twitter.com/FNzSRBeB60
DMK और राज्यपाल के बीच बढ़ता टकराव
तमिलनाडु में DMK सरकार और राज्यपाल आर. एन. रवि के बीच लंबे समय से मतभेद चल रहे हैं. नवंबर 2020 से अप्रैल 2023 के बीच राज्य विधानसभा ने 13 विधेयक पास किए, जिनमें से 10 को राज्यपाल ने बिना कारण बताए रोक दिया या वापस लौटा दिया. यहां तक कि विधानसभा ने जब इन विधेयकों को बिना बदलाव के फिर से पास किया, तब भी राज्यपाल ने मंजूरी नहीं दी और उन्हें राष्ट्रपति के विचार हेतु सुरक्षित रख दिया. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस कदम को असंवैधानिक करार दिया.
घटना पर बीजेपी की प्रतिक्रिया
तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने इस घटना की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि DMK नेता सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए इस तरह के घटिया नाटक कर रहे हैं और शिक्षा संस्थानों को राजनीति का मंच बना रहे हैं. अन्नामलाई ने मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन से अपील की कि वो पार्टी सदस्यों को विश्वविद्यालयों और स्कूलों में इस तरह की राजनीति करने से रोकें. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर वे भी यही करने लगें, तो मुख्यमंत्री स्टालिन अपना चेहरा कहां छिपाएंगे?
इस घटना के वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है. कुछ लोग छात्रा के कदम को साहसिक विरोध मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे शिक्षा मंच पर राजनीति घुसाने का उदाहरण बता रहे हैं.


