दिल्ली में AAP की हार का पंजाब में साइड इफेक्ट! केजरीवाल ने बुलाई विधायकों और मंत्रियों की अहम मीटिंग
अरविंद केजरीवाल ने यह बैठक कांग्रेस नेता और पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा के उस दावे के बाद बुलाई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि AAP के करीब 30 विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं. बाजवा के अलावा राज्य के कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी AAP विधायकों के अपनी पार्टी के संपर्क में होने की बात कही.

दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की बड़ी हार हुई है. पिछले चुनाव यानी 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी जहां एकतरफा मुकाबले में 62 सीटें लेकर आई थी, इस बार वह सिर्फ 22 सीटों तक सिमट गई. केजरीवाल, मनीष सिसोदिया समेत आप के कई बड़े नेता चुनाव हार गए हैं. इस बीच आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों और मंत्रियों की मीटिंग बुलाई है. सभी विधायकों को इसकी जानकारी दे दी गई है और उन्हें 11 फरवरी को अपने सभी प्रस्तावित कार्यक्रम रद्द करने के लिए कहा गया है.
पंबाज में टूट की कगार पर आप?
अरविंद केजरीवाल ने यह बैठक कांग्रेस नेता और पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा के उस दावे के बाद बुलाई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि AAP के करीब 30 विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं. बाजवा के अलावा राज्य के कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी AAP विधायकों के अपनी पार्टी के संपर्क में होने की बात कही. आम आदमी पार्टी पहले भी भाजपा पर पंजाब में 'ऑपरेशन लोटस' के तहत उसके विधायकों को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाती रही है. लेकिन इस बार कांग्रेस ने AAP विधायकों के संपर्क में होने का दावा किया है.
मुख्यमंत्री भगवंत मान पिछले तीन दिनों से दिल्ली में डेरा डाले हुए थे. वह 9 फरवरी को पंजाब पहुंचे. इसके तुरंत बाद, सोमवार को होने वाली कैबिनेट बैठक 13 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी गई. बता दें कि पंजाब में गत चार महीने में यह पहली कैबिनेट बैठक होगी, जो इससे 6 फरवरी के लिए निर्धारित की गई थी, लेकिन बाद में इसे 10 फरवरी के लिए टाल दिया गया था. दिल्ली चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन (आम आदमी पार्टी 70 में से सिर्फ 22 सीटें जीत सकी) के बाद AAP के शीर्ष नेतृत्व का ध्यान पंजाब पर केंद्रित हो गया है, जो अब एकमात्र राज्य है, जहां पार्टी की सरकार है.
दिल्ली के विधायकों से कर चुके हैं मीटिंग
इससे पहले रविवार को दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के आवास पर नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक हुई. इस दौरान पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने आगामी रणनीति को लेकर दिशा-निर्देश दिए. केजरीवाल के आवास पर हुई बैठक के बाद विधायकों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब वे मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि दिल्ली विधानसभा में जनता से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाया जाएगा.
पंजाब में 2022 में AAP को मिली थी प्रचंड बहुमत
हालांकि, इस बैठक के एजेंडे को गुप्त रखा गया है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल पार्टी विधायकों को दिल्ली में मिली हार से निराश नहीं होने के लिए मोटिवेट करेंगे. केजरीवाल पंजाब के विधायकों को संदेश देना चाहेंगे कि वे 'सत्ता' के दंभ को खुद पर हावी न होने दें और अपने संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं के साथ 'आम आदमी' के रूप में फिर से जुड़ें. बता दें कि पंजाब में अगला विधानसभा चुनाव 2027 में होना है. 2022 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में 92 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत के साथ राज्य में सत्ता हासिल की थी.


