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बंगाल की मिठाई दुकान में छात्रा के साथ अभद्रता, आरोपी ने मुंह में उंगली डाली और चूमा

पश्चिम बंगाल के उत्तरपाड़ा में एक मिठाई की दुकान पर तीसरी कक्षा की छात्रा से एक अधेड़ व्यक्ति द्वारा की गई यौन छेड़छाड़ का वीडियो वायरल हुआ है. बच्ची अपनी दादी के साथ थी, जब आरोपी ने सार्वजनिक रूप से आपत्तिजनक हरकतें कीं. पुलिस ने पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है. इस घटना ने बच्चियों की सार्वजनिक सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

Utsav Singh
Edited By: Utsav Singh

Hooghly Child Harassment Case : बंगाल के हुगली जिले के उत्तरपाड़ा इलाके में एक बहुत ही चिंताजनक घटना सामने आई है, जहां तीसरी कक्षा की एक बच्ची के साथ सार्वजनिक जगह पर गलत व्यवहार किया गया. बच्ची अपनी दादी के साथ मिठाई की दुकान पर थी, तभी एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति उसके पास आया और उसे छूने लगा. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया है, जिसमें आरोपी व्यक्ति बच्ची के गालों को छूता और उसे चूमने की कोशिश करता दिखाई दे रहा है. बच्ची डर गई थी और दूर हट गई, लेकिन आसपास मौजूद लोग या तो इस बात को समझ ही नहीं पाए या नजरअंदाज कर दिया.

घटना के दौरान लोगों की अनदेखी 

आपको बता दें कि इस पूरी घटना के दौरान दुकान में कई लोग आते-जाते रहे, लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया. बच्ची की दादी भी उसके साथ थीं, लेकिन उन्हें यह पता नहीं था कि उनकी पोती के साथ क्या हो रहा है. आरोपी व्यक्ति ने बच्ची के कंधे पर हाथ रखा और उसकी उंगली उसके मुंह में डालने की कोशिश की, लेकिन बच्ची ने खुद को बचाने की पूरी कोशिश की. यह सब कुछ इस तरह हुआ कि आसपास मौजूद लोग इस गंभीर बात को नहीं समझ पाए.

पुलिस की कड़ी कार्रवाई और आरोपी की खोज
घटना का वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम (पोक्सो) के तहत मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस आरोपी की खोज में जुटी हुई है और जल्द ही उसे गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है. यह मामला बच्चों की सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बन गया है और पुलिस इसे प्राथमिकता दे रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.

बच्चों की सुरक्षा के लिए समाज की जिम्मेदारी
यह घटना समाज को बच्चों की सुरक्षा के प्रति सजग करने वाली है. बच्चों को सुरक्षित वातावरण देना सभी का फर्ज़ है. परिवार, स्कूल, और पुलिस को मिलकर बच्चों के प्रति होने वाले किसी भी प्रकार के अत्याचार या उत्पीड़न को रोकना होगा. बच्चों को समझाना चाहिए कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें और किसी भी परेशानी पर तुरंत अपने परिवार या जिम्मेदारों को बताएं. साथ ही समाज में भी इस तरह की घटनाओं को लेकर गंभीरता बढ़ानी होगी और बच्चों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने होंगे.

इस घटना से हमें यह सिखने को मिलता है कि बच्चों की रक्षा करना कितना ज़रूरी है और उनकी सुरक्षा के लिए हर कदम पर सतर्क रहना चाहिए ताकि उनका बचपन सुरक्षित और खुशहाल हो.

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24 August 2025, 11:21 PM IST

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