किश्तवाड़ में अचानक आई बाढ़ से मचा कोहराम, वायरल वीडियो में देखें तबाही का खौफनाक मंजर
किश्तवाड़ में अचानक आई भीषण बाढ़ ने भारी तबाही मचाई, जिसमें कम से कम 16 घर, कई सरकारी इमारतें, तीन प्राचीन मंदिर, चार पारंपरिक पनचक्कियां और एक 30 मीटर लंबा पुल तबाह हो गया. इस प्राकृतिक आपदा ने स्थानीय लोगों के जीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया.

Kishtwar Cloudburst News: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चिशोती गांव में शनिवार को बादल फटने से मचा कहर कई परिवारों को उजाड़ गया. तेज़ बारिश के बाद आई अचानक बाढ़ ने घरों, अस्थायी ढांचों, मंदिरों और वाहनों को बहा दिया. अब तक 60 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं. कई अन्य के लापता होने की भी आशंका है. घटना के बाद सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में वह खतरनाक पल दिख रहा है, जब तेज बहाव के साथ पानी गांव में घुसता है और मचैल माता यात्रा पर आए तीर्थयात्रियों के बीच चीख-पुकार और अफरा-तफरी मच जाती है. वीडियो में यात्रियों को जान बचाने के लिए दौड़ते, वाहनों से कूदते और ऊंचे स्थानों की ओर भागते देखा जा सकता है.
Yesterday's flash flood of Chashoti village (Kishtwar) pic.twitter.com/VxuMjbbDXS
— Weatherman Shubham (@shubhamtorres09) August 15, 2025
बाढ़ का भयावह मंजर
एक क्लोज-अप फुटेज में अचानक आई बाढ़ की रफ्तार और तबाही साफ दिखाई देती है. तेज बहाव में संरचनाएं ध्वस्त होती चली जाती हैं और बड़े-बड़े पेड़ जड़ से उखड़कर पानी में समा जाते हैं. वहा मौजूद लोगों के अनुसार, पानी में बहते पत्थर, लकड़ियां और मलबा क्षेत्र में और तबाही मचा रहे थे.
मृतक और लापता लोगों की संख्या
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक 75 लोगों के लापता होने की आधिकारिक सूचना मिली है. हालांकि स्थानीय लोग का दावा है कि बाढ़ में सैकड़ों लोग बह गए होंगे. मृतकों में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के दो जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) शामिल हैं.
बचाव अभियान जारी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अब तक मलबे से 167 लोगों को बाहर निकाला गया है, जिनमें 38 की हालत गंभीर है. राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है. जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मैंने इस घटना के संबंध में गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है. प्रधानमंत्री ने बहुमूल्य जीवन की हानि पर दुख व्यक्त किया और आश्वासन दिया कि हमें जो भी सहायता की आवश्यकता होगी, केंद्र की ओर से सहायता में कोई कमी नहीं होगी.
अचानक आई बाढ़ में हुए नुकसान
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अचानक आई बाढ़ ने कम से कम 16 आवासीय मकानों, सरकारी इमारतों, तीन मंदिरों, चार पनचक्कियों, 30 मीटर लंबे पुल और एक दर्जन से अधिक वाहनों को नुकसान पहुंचाया है.


