उपराष्ट्रपति पद की दौड़ तेज, अब तक हुए तीन नामांकन और तीनों हो गए खारिज
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद नया उपराष्ट्रपति चुनने की प्रक्रिया तेज हो गई है. एनडीए और इंडिया गठबंधन अपने-अपने उम्मीदवार की तैयारी में जुटे हैं. अब तक तीन नामांकन पत्र दाखिल हुए थे, जो तकनीकी कारणों से खारिज कर दिए गए. उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन 21 अगस्त तक चलेंगे और यदि जरूरी हुआ, तो मतदान 9 सितंबर को होगा.

Vice President Election : भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद देश के दूसरे सर्वोच्च संवैधानिक पद को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं जोरों पर हैं. एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा को नया उपराष्ट्रपति उम्मीदवार चुनने की जिम्मेदारी सौंपी है. वहीं, इंडिया गठबंधन भी एक साझा उम्मीदवार उतारने की तैयारियों में जुट गया है.
तीन नामांकन खारिज, दावेदारों को झटका
कौन बन सकता है अगला उपराष्ट्रपति?
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के लिए किसी अनुभवी नेता या वर्तमान राज्यपाल को उम्मीदवार बनाया जा सकता है. फिलहाल गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत का नाम सबसे प्रमुख माना जा रहा है. उनके बाद कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत और वरिष्ठ नेता शेषाद्रि चारी के नाम भी चर्चा में हैं. हालांकि, अंतिम निर्णय पीएम मोदी और जेपी नड्डा के बीच विचार-विमर्श के बाद ही लिया जाएगा.
उपराष्ट्रपति चुनाव की तारीखें घोषित
चुनाव आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया के लिए निर्धारित कार्यक्रम जारी कर दिया है. नामांकन 7 अगस्त से 21 अगस्त तक दाखिल किए जा सकते हैं. 22 अगस्त को नामांकन पत्रों की जांच होगी, और 25 अगस्त तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकते हैं. यदि आवश्यक हुआ तो 9 सितंबर को मतदान कराया जाएगा, जो सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा. इसी दिन वोटों की गिनती होगी और परिणाम की घोषणा भी कर दी जाएगी.
राजनीतिक समीकरणों की परीक्षा
जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नज़दीक आ रही है, वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियों की रणनीतियाँ भी तेज़ हो रही हैं. एनडीए को जहाँ अपने मजबूत संख्याबल पर भरोसा है, वहीं विपक्षी इंडिया गठबंधन एकजुट होकर चुनौती देने की कोशिश में है. आने वाले दिनों में यह साफ होगा कि देश को कौन सा नया चेहरा उपराष्ट्रपति के रूप में मिलेगा.


