score Card

'भारत के लिए पाकिस्तान नहीं…', उमा भारती ने बताई देश की सबसे बड़ी चुनौती

मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शनिवार को भोपाल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी.

Suraj Mishra
Edited By: Suraj Mishra

भाजपा की वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शनिवार को भोपाल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी. गौरक्षा, शराबबंदी, सिंहस्थ-2028 की भूमि नीति, लव जिहाद, हिंदू राष्ट्र की अवधारणा और मुख्यमंत्री मोहन यादव के कार्यकाल पर उन्होंने विस्तार से टिप्पणी की.

पाकिस्तान पर क्या बोलीं उमा भारती?

उन्होंने कहा कि भारत के लिए पाकिस्तान किसी प्रकार की चुनौती नहीं है, बल्कि देश के भीतर मौजूद भ्रष्टाचार और आर्थिक असमानता ही वास्तविक खतरे हैं. गौरक्षा पर बोलते हुए उमा भारती ने कहा कि गायों को बचाने का सबसे प्रभावी तरीका किसानों को गोपालन से जोड़ना है. उनके अनुसार, यदि सड़क दुर्घटनाओं में गौ-मौत रोकनी है तो हाईवे और मुख्य सड़कों के किनारे फेंसिंग अनिवार्य होनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो इस मांग को लेकर वे स्वयं सड़क पर धरने पर बैठने के लिए तैयार हैं.

शराबबंदी को लेकर उन्होंने चरणबद्ध तरीके से लागू करने की वकालत की. उमा भारती का कहना था कि समाज में इस दिशा में जागरूकता बढ़ रही है और समय के साथ पूर्ण शराबबंदी संभव है.

सिंहस्थ 2028 के लिए लैंड पूलिंग की योजना पर उन्होंने कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि इस प्रस्ताव को पूरी तरह रद्द कर दिया जाना चाहिए. उनका मानना है कि सिंहस्थ महाकुंभ की परंपरा पहले से ही स्थापित और व्यापक है. इसलिए किसी नई व्यवस्था की जरूरत नहीं है. किसानों और अन्य संगठनों के सुझावों को सरकार को गंभीरता से सुनना चाहिए.

लव जिहाद पर क्या बोलीं उमा भारती?

लव जिहाद पर पूछे गए सवाल के जवाब में उमा भारती ने कहा कि यदि कोई युवक अपनी पहचान छुपाकर किसी लड़की से संबंध बनाता है और विवाह के बाद धर्म परिवर्तन का दबाव डालता है, तो यह लव जिहाद है. उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्हें अंतर्जातीय विवाह से कोई आपत्ति नहीं है, परंतु जबरन धर्मांतरण किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है.

हिंदू राष्ट्र को लेकर उन्होंने कहा कि भारत पहले से ही एक हिंदू राष्ट्र है, इसे घोषित करने की जरूरत नहीं, बल्कि स्वीकार करने की. उनके अनुसार, हिंदू समाज की सहिष्णुता और विविधताओं के प्रति सम्मान ने ही भारत को धर्मनिरपेक्ष चरित्र दिया है. उन्होंने कहा कि धर्म परिवर्तन पर रोक और आर्थिक समानता हिंदू समाज की मजबूती के लिए आवश्यक है.

मुख्यमंत्री मोहन यादव के दो वर्ष के कार्यकाल पर उन्होंने कहा कि वे सहज और शिक्षित नेता हैं. अब चुनौती यह है कि निवेश के जो प्रस्ताव आए हैं, उन्हें तेजी से जमीन पर उतारा जाए और भ्रष्टाचार पर सख्त नियंत्रण रखा जाए.

calender
22 November 2025, 06:10 PM IST

जरूरी खबरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag