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UP-बिहार-बंगाल के आमों की दुबई में धूम, लंगड़ा बना शोस्टॉपर

अबू धाबी में 'इंडियन मैंगो मेनिया 2025' का आयोजन लुलु हाइपरमार्केट और खालिदिया मॉल में किया गया. इसमें विभिन्न भारतीय आमों की किस्मों का प्रदर्शन हुआ. इसका उद्देश्य भारतीय आमों के निर्यात को बढ़ावा देना और खाड़ी देशों में रहने वाले भारतीयों को उनकी विविधता से परिचित कराना था.

Dimple Yadav
Edited By: Dimple Yadav

भारतीय आमों की मिठास और ताजगी अब देश की सीमाओं को लांघ कर विदेशों में भी अपने स्वाद का परचम लहरा रही है. इसी कड़ी में गुरुवार को अबू धाबी में ‘इंडियन मैंगो मेनिया 2025’ उत्सव का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय आमों के निर्यात को प्रोत्साहित करना और खाड़ी देशों में उनकी लोकप्रियता को बढ़ाना था.

इस आयोजन में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) ने भारत की विभिन्न आम किस्मों का प्रदर्शन किया. इनमें GI टैग प्राप्त किस्में जैसे बनारसी लंगड़ा, दशहरी, चौसा, सुंदरजा, आम्रपाली, मल्लिका, लक्ष्मण भोग, महमूद बहार, वृंदावनी और भारत भोग प्रमुख रूप से शामिल थीं. इन किस्मों की क्षेत्रीय पहचान और विशिष्ट स्वाद ने विदेशी मेहमानों का ध्यान खींचा.

लुलु समूह और भारतीय दूतावास का सहयोग

यूएई स्थित भारतीय दूतावास और लुलु समूह के सहयोग से इस उत्सव का आयोजन लुलु हाइपरमार्केट और खालिदिया मॉल में किया गया. उद्घाटन भारत के राजदूत संजय सुधीर ने किया, जबकि लुलु समूह के अध्यक्ष यूसुफ अली और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित रहे.

खाड़ी देशों में आमों की पहुंच को मिलेगा बढ़ावा

राजदूत संजय सुधीर ने इस मौके पर कहा कि इस कार्यक्रम के जरिए उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के आम अब खाड़ी देशों के घरों तक पहुंचेंगे. वहीं, लुलु समूह के प्रमुख यूसुफ अली ने भी भारत के साथ व्यापारिक साझेदारी पर संतोष जताया और कहा कि भारतीय उत्पादों को वैश्विक मंच देना गर्व की बात है.

APEDA ने निभाई बड़ी भूमिका

APEDA के अध्यक्ष अभिषेक देव ने बताया कि संस्था ने विभिन्न राज्यों से आम की विविध किस्मों को हवाई मार्ग से यूएई लाने में मदद की है. इससे भारतीय किसानों को सीधा लाभ होगा और उनके उत्पादों को वैश्विक बाजार में पहचान मिलेगी.

स्वाद और व्यंजन का भी रहा आकर्षण

उत्सव में सिर्फ ताजे आम ही नहीं, बल्कि आम से बने विशेष व्यंजनों का भी प्रदर्शन किया गया. आम की पेस्ट्री, केक, पुलाव, पायसम, मैंगो फिश करी, चाट, रायता और फ्रूट जूस जैसे व्यंजनों ने कार्यक्रम में स्वाद का रंग भर दिया. इस आयोजन ने साबित किया कि आम केवल फल नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और कृषि विविधता का प्रतीक है.

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04 July 2025, 11:09 AM IST

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