Video: 2 की मौत, 20 लापता... हिमाचल में बादल फटने से भारी तबाही, 5 जिलों में चेतावनी
Himachal Floods: हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने भारी तबाही मचाई है. राज्य के कई जिलों में आई अचानक बाढ़ में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक लोग लापता हैं. कुल्लू और कांगड़ा में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, जहां मकान, सड़कें और पुल बह गए हैं.

Himachal Floods: हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने कहर बरपा दिया है. राज्य के कई जिलों में बादल फटने की घटनाओं से अचानक आई बाढ़ ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. बुधवार को आई इस आपदा में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है और 20 से अधिक लोगों के लापता होने की आशंका है.
कुल्लू और कांगड़ा जैसे पर्यटन स्थलों में भारी नुकसान की खबरें सामने आई हैं. घर, स्कूल, दुकानें, पुल और सड़कें तेज बहाव में बह गए हैं. मौसम विभाग ने चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर में फ्लैश फ्लड की चेतावनी जारी की है और चार से सात जिलों में भारी बारिश को लेकर 29 जून तक ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है.
Multiple cloudbursts and after heavy rain flash floods being reported from Kullu district right now — Jibhi, Sainj, Tirthan hit. Horrific visuals coming in. Requesting people to stay alert and avoid travel in these areas.#HimachalPradesh #floods #kullucloudburst #himachalfloods pic.twitter.com/JZuPIZN4vr
— TIger NS (@TIgerNS3) June 25, 2025
कांगड़ा में मिले दो शव, 20 मजदूर लापता
बुधवार को कांगड़ा जिले की मणूनी खड्ड से दो शव बरामद किए गए. वहीं, इंदिरा प्रियदर्शिनी जलविद्युत परियोजना स्थल के पास एक श्रमिक कॉलोनी में रह रहे करीब 15 से 20 मजदूरों के तेज बहाव में बह जाने की आशंका जताई गई है.
अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के चलते परियोजना का काम पहले ही रोक दिया गया था, और श्रमिक अस्थायी शिविरों में रुके हुए थे. इसी दौरान मणूनी खड्ड और आसपास की नालियों का पानी कॉलोनी की ओर मोड़ दिया गया, जिससे मजदूर बह गए.
रेस्क्यू में जुटी SDRF और प्रशासन
घटना के बाद राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), स्थानीय प्रशासन, ग्राम पंचायत और राजस्व विभाग की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और राहत एवं बचाव कार्य जारी है. धर्मशाला से बीजेपी विधायक सुधीर शर्मा ने कहा, "करीब 20 मजदूर इस घटना में बह गए हैं."
कुल्लू और मनाली में भारी तबाही
कुल्लू जिले के जीवा नाला, रेहला बिहाल (सैंज) और शिलागढ़ (गड़सा) क्षेत्र में बादल फटने की तीन घटनाएं सामने आई हैं. यहां कई मकान, एक स्कूल भवन, दुकानें, सड़कें और छोटे पुल पानी के तेज बहाव में बह गए. तीन लोग, जो अपने घरों से कीमती सामान निकालने की कोशिश कर रहे थे, बाढ़ में बह गए और अब तक लापता हैं.
कुल्लू के एडीसी अश्वनी कुमार ने बताया कि मनाली और बंजार में संपत्ति और ढांचागत सुविधाओं को भारी नुकसान हुआ है. सर्च ऑपरेशन जारी है.
मनाली-चंडीगढ़ हाईवे आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त
तेज बहाव के कारण ब्यास नदी ने मनाली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे के एक हिस्से को भी काट दिया है, हालांकि वाहन आवागमन अभी भी जारी है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कई वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे एक वाहन तेज बहाव में बहते हुए दिखाई दे रहा है.
बंजार में पुल बहा, स्कूल में घुसा पानी
बंजार उपमंडल के होर्नागढ़ क्षेत्र में बाढ़ के कारण एक पुल बह गया. साथ ही एक सरकारी स्कूल, कृषि भूमि और एक गौशाला भी प्रभावित हुई.
बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी ने कहा, "सुबह से ही भारी बारिश हो रही है. सैंज, तीर्थन और गड़सा में भारी नुकसान की खबरें मिल रही हैं. मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे नदियों और नालों से दूर रहें. प्रशासन को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं."
नदियों में बढ़ा जलस्तर, 5 जिलों में अलर्ट
ब्यास और सतलुज नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. मौसम विभाग ने चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों में गुरुवार शाम तक कम से मध्यम स्तर की फ्लैश फ्लड की चेतावनी दी है. इसके अलावा, आगामी चार दिनों तक भारी बारिश की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.


