'हमको राजनीति नहीं करनी...' , दिल्ली में 3 छात्रों की मौत पर संसद में भावुक हुई जया बच्चन

Jaya Bachchan: दिल्ली में बीते दिन शनिवार को भारी बारिश के चलते पुराने राजेन्द्र नगर इलाके के IAS स्टडी सर्किल के बेसमेंट में स्थित लाइब्रेरी में पानी भर जाने से सिविल सर्विस की तैयारी करने वाले तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी. इस दौरान आज संसद में इन 3 छात्रों की मौत का जिक्र करते हुए सपा की राज्यसभा सांसद जया बच्चन भावुक हो उठीं.

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Edited By: JBT Desk

Jaya Bachchan: दिल्ली में बीते दिन शनिवार की रात भारी बारिश के दौरान पुराने राजेन्द्र नगर इलाके के IAS स्टडी सर्किल के बेसमेंट में स्थित लाइब्रेरी में पानी भर जाने से सिविल सर्विस की तैयारी करने वाले तीन स्टूडेंट्स- 2 लड़की और एक लड़के की मौत हो गई थी. इस दौरान  शुरुआती जांच में पाया गया था कि न तो संस्थान और न ही इमारत के सामने वाली सड़क में जल निकासी की उचित व्यवस्था थी. इसके अलावा, कोचिंग सेंटर के पास बेसमेंट में लाइब्रेरी चलाने की अनुमति नहीं थी.

इस बीच आज समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद ने राज्यसभा में अपने भाषण के दौरान राजेंद्र नगर कोचिंग हादसे पर कहा कि यहां बैठे सभी लोगों ने मृतक बच्चों को श्रद्धांजलि दी लेकिन किसी ने भी उनके परिवारों के बारे में कुछ नहीं कहा, उनमें कुछ किसान थे. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार,  इस दौरान वह भावुक हो गईं और उनकी आंखें नम हो गईं.

निर्भया कांड का भी किया जिक्र 

इस दौरान राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने अपने भाषण की शुरुआत निर्भया कांड से की. उन्होंने कहा कि बहुत साल बाद मैं इस तरह की चर्चा को देख रही हूं. जब निर्भया कांड हुआ था. उस व्यथा को मैं भी नहीं भूल सकती हूं. व्यथा से ज्यादा, वह अपमान जिसका सामना एक महिला को उस समय करना पड़ा. आज मैं यहां एक मां, एक दादी के रूप में बहुत दर्द के साथ खड़ी हूं. आज हम लोग सब लोग न वो, न ये सभी ने सिर्फ बच्चों को श्रद्धांजलि दी, उनके परिवार के बारे में कुछ नहीं कहा, कोई किसान थे. जो हुआ वह बेहद दर्दनाक था.

राजनीति को नहीं लाना चाहिए

बच्चन ने आगे कहा कि हमको इसमें राजनीति को नहीं लाना चाहिए. हमने तीन युवाओं को खोया है और ऐसे बहुत से युवा गए हैं. मैं तब से बैठकर यहां देख रही हूं, मैं कलाकार हूं, बॉडी लैंग्वेज समझती हूं, सब लोग अपना-अपना पिट्ठू फिट कर रहे हैं. यह गलत है. हम राज्यसभा सदस्य हैं. हमें लोगों का प्रतिनिधित्व करने के लिए नॉमिनेट किया गया है. हमें करुणा और बुद्धिमत्ता से बात करनी चाहिए.'

MCD, CPWUD पर खड़े किए सवाल 

इस बीच जया बच्चन ने आगे कहा कि  'सीपीडब्ल्यूडी है, एमसीडी है, एनडीएमसी है. इसका क्या मतलब होता है. जब मैं संसद में  शपथ लेने के लिए आई तो मेरे घर में घुटने तक पानी था. मेरे घर में सब कुछ बर्बाद हो चुका था. इन एजेंसियों के द्वारा सांसदों के घरों के देखभाल की व्यवस्था बहुत खराब है और यहीं से समस्या की शुरुआत होती है. ये किसी सरकार की गलती नहीं है, ये हम सब की गलती है. इस दौरान उन्होंने अपने भाषण के अंत में हरिवंशराय बच्चन की एक कविता पढ़ी.

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29 July 2024, 08:59 PM IST

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