क्या है ऑपरेशन सिंधु? जो बना ईरान में फंसे भारतीय छात्रों की वापसी का जरिया
Operation Sindhu: ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते युद्ध के हालातों के बीच भारत ने अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है. ऑपरेशन सिंधु नाम के इस मिशन के तहत भारत सरकार ने ईरान में फंसे भारतीय छात्रों की सुरक्षित वतन वापसी की प्रक्रिया शुरू की है.

Operation Sindhu: ईरान और इजरायल के बीच जारी मिसाइल और ड्रोन हमलों ने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है. यह संघर्ष 13 जून 2025 को तब शुरू हुआ, जब इजरायल ने तेहरान में कई जगहों पर मिसाइलें दागीं. इसके जवाब में ईरान ने भी इजरायल पर हमला कर दिया, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता गया. युद्ध जैसे हालात को देखते हुए भारत सरकार ने अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन सिंधु नाम का विशेष अभियान शुरू किया है.
ऑपरेशन सिंधु का उद्देश्य ईरान में फंसे भारतीयों, विशेष रूप से छात्रों, को सुरक्षित भारत वापस लाना है. भारत ने इस अभियान की शुरुआत 17 जून 2025 को की थी, और पहले चरण में 110 भारतीय छात्रों को सफलतापूर्वक स्वदेश लौटाया गया है. यह मिशन भारत की वैश्विक जिम्मेदारियों और अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्धता का उदाहरण बन गया है.
कैसे शुरू हुआ ऑपरेशन सिंधु?
भारत सरकार ने 17 जून को ऑपरेशन सिंधु की शुरुआत की. सबसे पहले ईरान के उत्तरी हिस्सों में फंसे छात्रों को सड़क मार्ग से अर्मेनिया की राजधानी येरेवन पहुंचाया गया. वहां से 18 जून की दोपहर 2:55 बजे एक विशेष विमान के जरिए उन्हें भारत भेजा गया. यह विमान 19 जून की सुबह नई दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरा, जहां विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन ने स्वयं छात्रों का स्वागत किया.
पहले फेज में 110 छात्र सुरक्षित निकाले गए
इस पहले रेस्क्यू फेज में कुल 110 भारतीय छात्रों को वापस लाया गया, जिनमें से 90 छात्र जम्मू-कश्मीर से हैं. यह ऑपरेशन भारतीय दूतावास की निगरानी और दोनों देशों की सरकारों के सहयोग से पूरा किया गया. भारत सरकार की तत्परता और संवेदनशीलता के कारण ये छात्र सुरक्षित स्वदेश लौट सके.
विदेश राज्य मंत्री का बयान
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन ने कहा, "ईरान समेत दुनिया के किसी भी देश में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा भारत सरकार की पहली प्राथमिकता है." उन्होंने यह भी जानकारी दी कि एक और विशेष विमान तुर्कमेनिस्तान में फंसे भारतीयों को लाने के लिए भेजा जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने ईरान और अर्मेनिया की सरकारों का इस मिशन में सहयोग देने के लिए धन्यवाद दिया.
जारी की गई आपातकालीन हेल्पलाइन
ईरान में फंसे भारतीयों की मदद के लिए भारत सरकार ने आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं. तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने जानकारी दी कि निकासी के लिए भारतीय नागरिक निम्नलिखित नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं:
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टोल-फ्री कंट्रोल रूम नंबर: 1800118797
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अन्य संपर्क नंबर: +91-11-23012113
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व्हाट्सएप के लिए: +98 9010445557
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कॉल के लिए: +98 9128109115
पहले ही जारी की गई थी एडवाइजरी
भारतीय दूतावास, तेहरान ने 15 जून को ही एक एडवाइजरी जारी करते हुए भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की थी. दूतावास ने कहा था कि नागरिक नियमित रूप से दूतावास के सोशल मीडिया हैंडल से अपडेट लेते रहें.


