कहां छिपे हैं पूर्व उपराष्ट्रपति ? आखिर क्यों एक शब्द भी नहीं बोले रहे... जगदीप धनखड़ पर बोले राहुल गांधी
लोकसभा में राहुल गांधी ने पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की अचानक चुप्पी और इस्तीफे पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे अब एक शब्द भी क्यों नहीं बोल रहे. उन्होंने सरकार के नए विधेयक को लोकतंत्र पर हमला बताया और कहा कि देश मध्ययुग की ओर लौट रहा है. साथ ही, INDIA गठबंधन के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी की सराहना करते हुए उन्हें संविधान का संरक्षक बताया.

RahuI Gandhi Speech : लोकसभा में बुधवार को विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफा देने और मौन हो जाने को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए. वह INDIA गठबंधन की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान राहुल गांधी ने कहा, “जिस दिन उपराष्ट्रपति ने इस्तीफा दिया, वेणुगोपाल जी ने मुझे फोन करके बताया कि उपराष्ट्रपति चले गए. यह कोई साधारण बात नहीं थी.” उन्होंने यह भी जोड़ा, “क्या वह एक शब्द भी नहीं बोल सकते? जो व्यक्ति राज्यसभा में खुलकर बोलता था, वह अब पूरी तरह से खामोश क्यों हो गया है?”
नए विधेयक पर बोले राहुल गांधी
#WATCH | Delhi: Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi says, "The day the Vice President resigned. Venugopal ji called me and said, Vice President is gone. There's a big story about why he resigned. Some of you might know it, some of you might not know it, but there's a story… https://t.co/8mjhbPliIY pic.twitter.com/5LEfoz6vXL
— ANI (@ANI) August 20, 2025
सुदर्शन रेड्डी को बताया संविधान का संरक्षक
अपने संबोधन में राहुल गांधी ने बी. सुदर्शन रेड्डी की जमकर तारीफ की और उन्हें एक ऐसा व्यक्ति बताया जो हमेशा संविधान को प्राथमिकता देते हैं. उन्होंने कहा, “रेड्डी जी ने जातिगत जनगणना और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर काफी काम किया है. उन्होंने मुझे बताया कि वह पिछले 52 वर्षों से संविधान की एक प्रति हमेशा अपने पास रखते हैं, क्योंकि उनके लिए यही सर्वोच्च कानून है.” राहुल ने यह भी जोड़ा कि हर विपक्षी पार्टी ने उनका समर्थन किया है, जो यह दर्शाता है कि यह लड़ाई संविधान की रक्षा करने वालों और उस पर हमला करने वालों के बीच है.
इस्तीफे के पीछे की कहानी बनी रहस्य
राहुल गांधी ने जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को लेकर भी सवाल उठाए और कहा, “उनके इस्तीफे के पीछे कुछ ऐसी बात है, जिसे कुछ लोग जानते हैं और कुछ नहीं. सवाल यह है कि वह क्यों छिपे हुए हैं? भारत के उपराष्ट्रपति जैसे सर्वोच्च संवैधानिक पद पर रहा व्यक्ति ऐसी स्थिति में क्यों पहुंचा है कि वह एक शब्द भी नहीं बोल पा रहा है?”
कब और क्यों धनखड़ ने दिया इस्तीफा ?
गौरतलब है कि 21 जुलाई 2025 को मानसून सत्र के पहले दिन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि तब से लेकर अब तक उन्होंने इस फैसले पर कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है, जिससे राजनीतिक हलकों में अटकलों का बाजार गर्म है.
राहुल गांधी ने अपने भाषण में सरकार पर निशाना साधते हुए संवैधानिक मूल्यों की रक्षा का संकल्प दोहराया. उन्होंने न केवल धनखड़ की चुप्पी को लेकर सवाल खड़े किए बल्कि नए विधेयक की आलोचना करते हुए लोकतंत्र पर खतरे की भी चेतावनी दी.


