दक्षिण अफ़्रीका के बार में खूनी हमला, तीन बच्चों सहित 11 लोगों की दर्दनाक मौत
दक्षिण अफ्रीका में शनिवार को एक बार में हुई सामूहिक गोलीबारी ने पूरे देश को दहला दिया. इस भयावह घटना में तीन बच्चों सहित कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई.

दक्षिण अफ्रीका में शनिवार को एक बार में हुई सामूहिक गोलीबारी ने पूरे देश को दहला दिया. इस भयावह घटना में तीन बच्चों सहित कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई. पुलिस के अनुसार गोलीबारी प्रिटोरिया के पास स्थित एक कस्बे के एक बार में हुई, जो देश की प्रशासनिक राजधानी के बेहद समीप है.
दक्षिण अफ़्रीकी पुलिस सेवा ने जारी बयान में क्या कहा?
दक्षिण अफ़्रीकी पुलिस सेवा द्वारा जारी बयान में बताया गया कि हमले में 14 अन्य लोग भी गोली लगने से घायल हुए हैं. सभी घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. हालांकि उनकी हालत के बारे में विस्तृत जानकारी साझा नहीं की गई है. इस घटना ने स्थानीय समुदाय के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी गहरी चिंता पैदा कर दी है.
गोलीबारी सॉल्सविले टाउनशिप के एक ऐसे बार में हुई, जिसके पास संचालन के लिए लाइसेंस नहीं था. पुलिस ने बताया कि मृतकों में तीन नाबालिग भी शामिल हैं. एक तीन साल का बच्चा, एक 12 वर्षीय लड़का और एक 16 साल की लड़की. इतने छोटे बच्चों की मौत ने इस घटना को और भी दर्दनाक बना दिया है. अधिकारियों का कहना है कि इस हमले में शामिल तीन संदिग्धों की तलाश तेजी से जारी है, और उन्हें जल्द पकड़ने की उम्मीद है.
हिंसक अपराधों की समस्या से जूझ रहा दक्षिण अफ्रीका
दक्षिण अफ्रीका लंबे समय से हिंसक अपराधों की समस्या से जूझ रहा है. हत्या के मामलों में दुनिया में सबसे ऊपर गिने जाने वाले इस देश में वर्ष 2024 में 26,000 से अधिक हत्याएं दर्ज होने का अनुमान है, यानी प्रतिदिन औसतन 70 से अधिक लोग मारे जा रहे हैं. हालांकि यहां आग्नेयास्त्रों के स्वामित्व से जुड़े नियम काफी कड़े हैं. फिर भी बड़ी संख्या में हथियार अवैध तरीके से इस्तेमाल किए जाते हैं, जिससे हिंसक अपराधों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है.
बार और शबीन कहलाने वाले शराबखानों में गोलीबारी की घटनाएं दक्षिण अफ्रीका में नई नहीं हैं. हाल के वर्षों में ऐसे कई हमले हुए हैं. वर्ष 2022 में जोहान्सबर्ग के सोवेटो टाउनशिप में हुई एक सामूहिक गोलीबारी में 16 लोगों की जान चली गई थी. इसी तरह, पिछले वर्ष पूर्वी केप प्रांत में एक ग्रामीण इलाके में दो घरों पर हुए हमले में 18 लोग मारे गए थे, जिनमें 15 महिलाएं थीं. इन हत्याओं के लिए कथित रूप से एके-स्टाइल असॉल्ट राइफल का इस्तेमाल किया गया था और एक व्यक्ति पर इन सभी हत्याओं का आरोप लगाया गया था.


