अमेरिका ने हटाया साथ, रूस ने दागीं किंझल मिसाइलें, जल उठा कीव
अमेरिका द्वारा यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई रोकने के बाद रूस ने कीव पर ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए. हमले से एक दिन पहले ट्रंप और पुतिन की बातचीत हुई थी, जिसमें पुतिन ने बातचीत की इच्छा जताई, लेकिन लक्ष्य हासिल होने तक युद्ध जारी रखने का संकेत भी दिया.

यूक्रेन पर रूस का हमला एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है. जैसे ही अमेरिका ने यूक्रेन को पैट्रियट मिसाइल सिस्टम और अन्य हथियारों की सप्लाई रोक दी, रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव समेत 10 प्रांतों पर सबसे भीषण हमला कर दिया. इस हमले में रूस ने हाइपरसोनिक किंझल, इस्कंदर मिसाइलें और सैकड़ों गेरान-2 ड्रोन का इस्तेमाल किया. कीव में तबाही इतनी भयावह थी कि पूरे शहर का आसमान काले धुएं से भर गया और लोगों का सांस लेना तक मुश्किल हो गया.
रात 10 बजे जैसे ही रूसी ड्रोन हमला शुरू हुआ, यूक्रेनी सायरन गूंज उठे. लोग शेल्टर्स की ओर भागे, लेकिन रात भर चलने वाले इस हमले ने किसी को चैन नहीं लेने दिया. रूस ने एक ही बार में 550 से ज्यादा ड्रोन और 10 से अधिक मिसाइलें दागीं. रात 12:30 बजे के बाद बैलिस्टिक मिसाइलों ने हमला और तेज कर दिया. कीव पर 2 किंझल, 12 इस्कंदर-M और 4 इस्कंदर-K मिसाइलें दागी गईं.
पैट्रियट डिफेंस सिस्टम हुआ ठप
इस हमले के दौरान यूक्रेन का एयर डिफेंस तंत्र लगभग निष्क्रिय रहा. अमेरिका द्वारा पैट्रियट मिसाइल सिस्टम की सप्लाई रोके जाने के बाद कीव का सुरक्षा कवच कमजोर पड़ गया है. रूस ने पहले ही पैट्रियट सिस्टम को मिसाइल से तबाह कर दिया था, जिससे कीव पूरी तरह खुला मैदान बन गया. पुतिन का मानना है कि कीव पर कब्जा ही युद्ध की निर्णायक जीत होगी.
कीव के बाहर भी बरसे ड्रोन और मिसाइलें
रूस ने सिर्फ कीव नहीं, बल्कि जाइटोमीर, चेर्निहीव, पोल्तावा, निप्रोपेत्रोवस्क, जेपोरिजिया, डोनेस्क और खारकीव जैसे शहरों पर भी ड्रोन से हमला किया. हर जगह इमारतें धधकीं और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा.
यूक्रेन का जवाबी हमला
रूस के हमले के बीच यूक्रेन ने भी पलटवार किया. यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने दावा किया कि मॉस्को के पास एक सैन्य रिसर्च सेंटर और रोस्तोव में एक हथियार फैक्ट्री पर ड्रोन से सफल हमला किया गया. यूक्रेन का कहना है कि यह रिसर्च प्लांट थर्मोबैरिक वॉरहेड्स का सप्लायर था.
क्या अब निर्णायक चरण में है युद्ध?
पुतिन और ट्रंप की हालिया बातचीत में भी इस बात के संकेत मिले थे कि रूस की रणनीति अब कीव को पूरी तरह तबाह कर यूक्रेन को सरेंडर के लिए मजबूर करने की है. अमेरिका की मदद बंद होते ही रूस ने जिस आक्रामकता से हमला किया है, उससे साफ है कि यह युद्ध अब निर्णायक मोड़ की ओर बढ़ रहा है.