इजरायली रक्षा मंत्री का बयान, खामेनेई को मारने को लेकर कही बड़ी बात?
Israel-Iran Conflict: खामेनेई ने अपने उत्तराधिकारी के लिए तीन व्यक्तियों के नाम तय किए हैं. जिसे इजरायल की योजनाओं पर करारा जवाब माना जा रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह तनाव मध्य-पूर्व में व्यापक युद्ध का कारण बन सकता है.

Israel-Iran Conflict: इजरायल और ईरान के बीच चल रहे तनाव ने एक नया मोड़ ले लिया है. इजरायल के रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज ने हाल ही में एक सनसनीखेज खुलासा किया कि इजरायली सेना ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को निशाना बनाने की योजना बनाई गई थी. एक इंटरव्यू में काट्ज ने कहा "हमारी मंशा साफ थी. अगर वह हमारी रेंज में होते, तो हम उन्हें खत्म कर देते. लेकिन इस योजना को अंजाम देने का मौका नहीं मिल पाया.
खामेनेई पर हमले की योजना क्यों?
13 जून 2025 से शुरू हुए इजरायल-ईरान संघर्ष में इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों और सैन्य कमांडरों को निशाना बनाया. इस दौरान कई वरिष्ठ ईरानी अधिकारी, जिसमें रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर होसैन सलामी और मिसाइल कार्यक्रम के प्रमुख आमिर अली हाजीज़ादेह मारे गए. इन हमलों ने ईरान की सैन्य और रणनीतिक ताकत को गहरी चोट पहुंचाई. खबरों के अनुसार, खामेनेई अपने बेटे मोजतबा के साथ तेहरान के लविजान इलाके में एक गुप्त भूमिगत बंकर में छिपे हुए हैं. इजरायली अधिकारियों का मानना है कि खामेनेई को निशाना बनाकर ईरान की सत्ता संरचना को कमजोर किया जा सकता है.
इजरायली रक्षा मंत्री का बयान
काट्ज ने चैनल 13 को दिए इंटरव्यू में कहा "हमें ऐसे मामलों में किसी की अनुमति की जरूरत नहीं है. खामेनेई इजरायल के लिए खतरा हैं और उनकी मौजूदगी युद्ध के लक्ष्यों को पूरा करने में बाधित करता है" इससे पहले इजरायली मंत्री योआव गैलेंट ने खामेनेई की तुलना "आधुनिक हिटलर" से करते हुए कहा था कि उनकी मौजूदगी इजरायल के लिए खतरा है.
ईरान का जवाब और क्षेत्रीय तनाव
ईरान ने इजरायल के हमलों का जवाब देते हुए तेल अवीव और अन्य शहरों पर बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन हमले किए. खामेनेई ने एक टीवी संबोधन में इजरायली हमलों को "मूर्खतापूर्ण और दुर्भावनापूर्ण" का नाम दिया और चेतावनी दी कि ईरान और कड़ा जवाब दे सकता है. उन्होंने अमेरिका को भी चेताया कि इजरायल के समर्थन में सैन्य हस्तक्षेप के गंभीर परिणाम भुगतना पड़ सकता है. वही रूस और चीन ने इजरायली हमलों की निंदा की जबकि पाकिस्तान ने ईरान को नैतिक समर्थन देने की बात कही. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खामेनेई को चेतावनी देते हुए कहा, "हमें पता है कि वह कहां छिपे हैं, लेकिन हम अभी उन्हें नहीं मार रहे."


