बांग्लादेश में 3.7 तीव्रता का भूकंप, भारत के पूर्वोत्तर और पश्चिम बंगाल में झटके किए गए महसूस
शनिवार शाम बांग्लादेश में 3.7 तीव्रता का हल्का भूकंप आया, जिसके झटके पड़ोसी भारत के पूर्वोत्तर राज्यों और पश्चिम बंगाल के कुछ क्षेत्रों में भी महसूस किए गए.

शनिवार शाम बांग्लादेश में 3.7 तीव्रता का हल्का भूकंप आया, जिसके झटके पड़ोसी भारत के पूर्वोत्तर राज्यों और पश्चिम बंगाल के कुछ क्षेत्रों में भी महसूस किए गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के अनुसार, यह भूकंप शाम 5:36 बजे आया और इसका केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई में था.
भूकंप के स्थान का अक्षांश 23.78
एनसीएस ने भूकंप के स्थान का अक्षांश 23.78 उत्तर और देशांतर 90.34 पूर्व दर्ज किया है. विशेष रूप से, यह घटना शुक्रवार को हुए एक और शक्तिशाली भूकंप के ठीक अगले दिन हुई है, जिसमें बांग्लादेश में तीन लोगों की जान चली गई थी और कई अन्य घायल हुए थे. शुक्रवार की सुबह आए भूकंप की तीव्रता 5.5 मापी गई थी.
EQ of M: 3.7, On: 22/11/2025 17:36:04 IST, Lat: 23.78 N, Long: 90.44 E, Depth: 10 Km, Location: Bangladesh.
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) November 22, 2025
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भूकंप के झटके इतने प्रबल थे कि पूरे पश्चिम बंगाल और पड़ोसी क्षेत्रों में महसूस किए गए. शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, यह भूकंप सुबह 10:08 से 10:10 बजे के बीच कोलकाता, मालदा, नादिया, कूचबिहार और अन्य जिलों में महसूस किया गया. इसके अलावा दक्षिण और उत्तर दिनाजपुर के लोगों ने भी झटके महसूस किए.
संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) की रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप का केंद्र ढाका के घोरासल क्षेत्र में स्थित था और इसकी गहराई लगभग दस किलोमीटर थी. भूकंप के झटकों ने कई इलाकों में अस्थायी हलचल पैदा की, लेकिन बड़ी क्षति की कोई सूचना नहीं मिली है.
विशेषज्ञों ने क्या कहा?
विशेषज्ञों का कहना है कि बांग्लादेश और उसके पड़ोसी क्षेत्र भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील हैं, इसलिए यहां हल्के और तीव्र झटके आम तौर पर समय-समय पर महसूस किए जाते हैं. उन्होंने नागरिकों से आपातकालीन तैयारियों और सुरक्षित स्थानों की जानकारी रखने की सलाह दी है. इसके अलावा, भूकंप की घटना ने भारत और बांग्लादेश में सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को भी रेखांकित किया है.
भूकंप के बाद स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों का आकलन करना शुरू कर दिया है और लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है. यह घटनाक्रम यह दर्शाता है कि भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के प्रति लोगों की जागरूकता और तत्परता आवश्यक है.


