score Card

दिल्ली की हवा में सांस लेना मुश्किल...बहुत खराब हुआ AQI, ग्रैप 4 लागू, कई चीजों पर लगेंगी पाबंदियां

राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है. हालात इतने बिगड़ चुके है कि कई इलाकों में AQI 400 से ऊपर दर्ज किया जा चुका है. हालात की गंभीरता को देखते हुए वायु गुणवत्ता आयोग(CAQM) ने दिल्ली-NCR में ग्रैप-4 के तहत कड़े प्रतिबंध लागू कर दिए गए है.

Utsav Singh
Edited By: Utsav Singh

नई दिल्ली : दिल्ली-NCR में वायु गुणवत्ता में हाल ही में तेजी से गिरावट आई है, जिससे लोगों की सांस लेने में कठिनाई हो रही है. वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) कई इलाकों में 400 से ऊपर पहुंच चुका है, जो कि स्वास्थ्य के लिहाज से अत्यंत खतरनाक माना जाता है. इस गंभीर स्थिति को देखते हुए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CQAM) ने ग्रैप-4 (GRAP-4) लागू करने का ऐलान किया है. यह कदम प्रदूषण को नियंत्रित करने और लोगों की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक माना जा रहा है. ग्रैप-4 पहले कभी इस सीजन में लागू नहीं हुआ है, इसलिए यह दिल्ली-एनसीआर के निवासियों के लिए एक नया और गंभीर चेतावनी संकेत है.

ग्रैप-4 के तहत लागू होने वाली पाबंदियां

आपको बता दें कि ग्रैप-4 लागू होते ही राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कई पाबंदियां लागू की जाएंगी. सबसे पहले, ट्रकों की एंट्री पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है, जिससे भारी वाहनों के कारण होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सके. इसके अलावा, निर्माण कार्यों को अस्थायी रूप से स्थगित किया जाएगा और सार्वजनिक निर्माण परियोजनाओं पर रोक लग सकती है. यह कदम खासकर निर्माण स्थलों से निकलने वाली धूल और वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया है.

वाहनों और परिवहन पर नियंत्रण
ग्रैप-4 के तहत केवल सीएनजी और बीएस-6 डीजल गाड़ियों को छूट दी जाएगी. दिल्ली के बाहर पंजीकृत गैर-आवश्यक हल्के वाणिज्यिक वाहनों की एंट्री पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है. इससे वाहनों से निकलने वाले धुएं और प्रदूषण में कमी आएगी. अधिकारियों का कहना है कि यह कदम आम जनता और पर्यावरण दोनों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है.

सरकारी और शैक्षणिक संस्थानों में बदलाव
सरकारी और गैर-सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों के वर्क फ्रॉम ऑफिस की क्षमता 50 प्रतिशत तक सीमित कर दी जाएगी. इसका उद्देश्य आवागमन कम करना और वायु प्रदूषण से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों को घटाना है. इसके अलावा, स्कूलों में हाइब्रिड क्लास चलाने की संभावना है, जिसमें छात्रों को ऑनलाइन और ऑफलाइन पढ़ाई दोनों की सुविधा दी जाएगी. हालांकि, इस पर अभी आधिकारिक घोषणा होना बाकी है.

लोगों के स्वास्थ्य पर असर
विशेषज्ञों का कहना है कि AQI 400 से अधिक होने पर सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन, गले में खराश और अन्य श्वसन समस्याएं गंभीर रूप से बढ़ सकती हैं. बुजुर्ग, बच्चे और श्वसन रोग से पीड़ित लोग विशेष रूप से प्रभावित होते हैं. ग्रैप-4 लागू करने का उद्देश्य प्रदूषण के इन खतरों से लोगों को बचाना और स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थितियों को रोकना है.

इस तरह दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप-4 का लागू होना प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में एक निर्णायक कदम है. यह न केवल वायु की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में मदद करेगा बल्कि लोगों की सेहत और शहर के सामान्य जीवन पर भी सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.

calender
13 December 2025, 08:26 PM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag