भारत से तनाव के बीच पाकिस्तान में बम धमाका, दो मासूमों की गई जान
Another Bomb Blast In Pakistan: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान में एक और बम धमाका हुआ है. यह विस्फोट खैबर पख्तूनख्वा के दक्षिणी वजीरिस्तान जिले में हुआ, जिसमें दो बच्चों की मौत हो गई और एक अन्य बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया.

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार गहराता जा रहा है. सीमा पार से बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों ने हालात को और संवेदनशील बना दिया है. पाकिस्तान को आशंका है कि भारत किसी भी समय जवाबी कार्रवाई कर सकता है. इसी तनावपूर्ण माहौल के बीच पाकिस्तान के अंदरूनी हालात भी दिन-ब-दिन बदतर होते जा रहे हैं. देश में लगातार आतंकी हमलों और बम धमाकों की घटनाएं सामने आ रही हैं.
ताज़ा मामला पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के दक्षिणी वजीरिस्तान जिले से सामने आया है, जहाँ बुधवार को एक भीषण बम धमाका हुआ. यह धमाका आज़म वारसक पुलिस चौकी के पास हुआ और इसे एक IED (इम्प्रोवाइज़्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) के ज़रिए अंजाम दिया गया.
खैबर पख्तूनख्वा में बम धमाका
स्थानीय पुलिस के मुताबिक, इस धमाके में तीन मासूम बच्चे घायल हो गए थे. उन्हें तुरंत अस्पताल पहुँचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान दो बच्चों ने दम तोड़ दिया. तीसरे बच्चे का इलाज अब भी जारी है और उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है. घटना के वक्त तीनों बच्चे पुलिस चौकी के पास से गुजर रहे थे. तभी उनमें से एक का पैर जमीन में दबे IED बम पर पड़ गया, जिससे जोरदार विस्फोट हुआ. पुलिस का कहना है कि यह बम सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए लगाया गया था, लेकिन दुर्भाग्यवश इसके शिकार मासूम बच्चे हो गए.
पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल
इस धमाके के बाद स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं. पुलिस ने पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है और बम धमाके की जांच की जा रही है. फिलहाल किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. यह घटना पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है. देश जहां एक ओर भारत के साथ तनाव का सामना कर रहा है, वहीं दूसरी ओर अपने ही नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल होता दिखाई दे रहा है. लगातार हो रहे आतंकी हमलों और विस्फोटों से यह साफ हो गया है कि पाकिस्तान न केवल बाहरी मोर्चे पर दबाव में है, बल्कि अंदर से भी अस्थिरता और अव्यवस्था से जूझ रहा है.


