करोड़ों का कारोबार, बंगले, SUV और स्वीमिंग पूल...पाकिस्तान में भिखारियों के पास है बेशुमार दौलत
पाकिस्तान में भीख मांगना अब केवल मजबूरी नहीं, बल्कि एक संगठित और लाभकारी कारोबार बन चुका है. रिपोर्ट्स और वायरल वीडियो के मुताबिक, कई भिखारी आलीशान घरों, SUV गाड़ियों और स्वीमिंग पूल जैसी सुविधाओं के मालिक हैं.

पाकिस्तान में जहां एक ओर आम लोग गरीबी और बेरोजगारी से जूझ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर वहां का 'भीख मांगने' का नेटवर्क एक सुनियोजित और मुनाफेदार बिजनेस मॉडल में तब्दील हो चुका है। ऐसा कहा जा रहा है कि पाकिस्तान में अब भीख मांगना सिर्फ मजबूरी नहीं, बल्कि एक ऐसा पेशा बन गया है जिससे कुछ लोग आलीशान जिंदगी जी रहे हैं.
हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो ने पाकिस्तान के इस स्याह सच को दुनिया के सामने लाकर रख दिया। वीडियो में एक महिला डॉक्टर ने दावा किया कि उसकी शादी एक ऐसे परिवार में हुई जो भीख मांगकर कमाए गए पैसे से बंगला, स्वीमिंग पूल और SUV जैसी सुविधाएं भोग रहा है। ये खुलासा पाकिस्तान में ‘शाही भिखारियों’ के उभरते ट्रेंड की ओर इशारा करता है.
पाकिस्तान में दो तरह के भिखारी
पाकिस्तान में भिखारियों को दो वर्गों में बांटा जा सकता है। एक तरफ वे लोग हैं जो वाकई में आर्थिक तंगी के कारण सड़कों पर भीख मांगते हैं। लेकिन दूसरी ओर, कुछ ऐसे 'प्रोफेशनल' भिखारी भी हैं जिनके बड़े सपने होते हैं और वे इस पेशे को एक बिजनेस के तौर पर अपनाकर अमीर बनने की राह पर चलते हैं। इनमें से कई तो पाकिस्तान छोड़कर विदेशों में भीख मांगने जाते हैं और वहां से मोटी कमाई करके लौटते हैं.
सऊदी अरब से लौटाए गए हजारों पाकिस्तानी भिखारी
पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने संसद में जानकारी दी कि साल 2024 की शुरुआत से अब तक करीब 5000 पाकिस्तानी भिखारियों को विदेशों से वापस भेजा गया है, जिनमें सबसे ज्यादा 4,498 भिखारी सऊदी अरब से लौटाए गए। ये आंकड़ा इस बात की पुष्टि करता है कि यह सिर्फ एक सामाजिक समस्या नहीं, बल्कि एक संगठित अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क बन चुका है.
'प्रोफेशनल भिखारियों' का मार्केटिंग मॉडल
जैसे कोई ब्रांड अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए रणनीति बनाता है, वैसे ही पाकिस्तान के भिखारी भी भीख मांगने के लिए खास ट्रेनिंग, ड्रेस कोड और इमोशनल अपील वाली रणनीतियों का इस्तेमाल करते हैं। वे अपने पहनावे और व्यवहार से सामने वाले की भावनाओं को भुनाने की कोशिश करते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा पैसे बटोरे जा सकें.
क्या रक्षा मंत्री का बयान गलत था?
भारत के रक्षा मंत्री ने हाल ही में कहा था, "जहां पाकिस्तान खड़ा होता है, भिखारियों की लाइन वहीं से शुरू हो जाती है।" इस पर पहले पाकिस्तान ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी, लेकिन अब जब खुद पाकिस्तान के अंदर से ऐसे आंकड़े और कहानियां सामने आ रही हैं, तो सवाल यह उठता है कि क्या यह टिप्पणी हकीकत के बेहद करीब थी?
जब भीख से बन रहा है साम्राज्य
भीख से इकट्ठा की गई रकम से बंगले, गाड़ियां और विदेश यात्राएं — यह सब सुनकर भले ही आश्चर्य हो, लेकिन पाकिस्तान में ये अब हकीकत बन चुका है। सरकार को चाहिए कि वह इस समस्या को सिर्फ विदेश से लौटाए गए लोगों के आंकड़ों तक सीमित न रखे, बल्कि भीख मांगने को संगठित अपराध के रूप में देखे और इसके विरुद्ध ठोस कार्यवाही करे.


