क्या भारत ने राफेल खो दिया? दसॉल्ट के सीईओ ने पाकिस्तान के दावे को बताया बेबुनियाद और फर्जी
दसॉल्ट एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने पाकिस्तान के दावे को नकारा कि भारत ने राफेल विमान खो दिए. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का दावा गलत है. ट्रैपियर ने राफेल की विश्वसनीयता पर जोर दिया, इसे एफ-35 से बेहतर बताया, और मिशन की सफलता को केवल विमान के नुकसान से नापने से इनकार किया.

दसॉल्ट एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने पाकिस्तान के इस दावे को पूरी तरह से नकारा है कि पिछले महीने हुए संघर्ष के दौरान भारत ने अपने राफेल लड़ाकू विमानों को खो दिया था. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का दावा 'गलत' है और यह तथ्यात्मक रूप से आधारहीन है. दसॉल्ट एविएशन वही कंपनी है जो राफेल जेट्स का निर्माण करती है, जो भारतीय वायु सेना के सबसे उन्नत लड़ाकू विमान माने जाते हैं.
पाकिस्तान के दावे का खंडन
पाकिस्तान ने 7-10 मई के बीच भारतीय और पाकिस्तानी सेनाओं के बीच हुए संघर्ष के दौरान तीन राफेल विमानों के गिराए जाने का दावा किया था. इस संदर्भ में पूछे गए सवालों के जवाब में ट्रैपियर ने कहा, "भारत ने कोई बयान नहीं दिया है, इसलिए हमें सही जानकारी नहीं है, लेकिन हम यह पहले ही जानते हैं कि पाकिस्तान का दावा गलत है." उन्होंने आगे कहा कि सैन्य मिशन की सफलता का मूल्यांकन सिर्फ विमानों के नुकसान से नहीं किया जा सकता.
मिशन की सफलता का आकलन
ट्रैपियर ने यह स्पष्ट किया कि जब एक लड़ाकू विमान मिशन पर उड़ान भरता है, तो उसके लिए शून्य नुकसान कोई जरूरी शर्त नहीं है. मिशन की सफलता का आकलन इसके उद्देश्य को पूरा करने से होता है, न कि सिर्फ उपकरणों की सुरक्षा से. उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध की एक ऐतिहासिक समानता का उदाहरण देते हुए कहा, "आप यह नहीं कह सकते थे कि मित्र राष्ट्र युद्ध हार गए क्योंकि उन्होंने अपने सैनिक खो दिए थे."
भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष
भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता 7-10 मई को उस समय और तेज हो गई थी, जब भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया. इस ऑपरेशन का उद्देश्य पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित आतंकवादी शिविरों को नष्ट करना था, जिसमें 26 भारतीय नागरिकों की मौत हो गई थी. पाकिस्तान ने इस दौरान भारतीय विमानों को गिराने का दावा किया, लेकिन भारत ने इसके खिलाफ स्पष्ट रूप से खंडन किया.
भारत ने क्या कहा?
भारत के एयर मार्शल ए.के. भारती ने 11 मई को एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान इस बारे में कहा था, "हम युद्ध की स्थिति में हैं और हारना भी युद्ध का हिस्सा है." उन्होंने इस पर जोर दिया कि भारत ने अपने मिशन का उद्देश्य पूरी तरह से पूरा किया. उन्होंने यह बताया कि आतंकवादी शिविरों को नष्ट करने के मामले में भारत का मिशन पूरी तरह सफल रहा है.
पाकिस्तान के दावों को बताया गलत
भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने भी पाकिस्तान के दावों को "बिल्कुल गलत" करार दिया. उन्होंने कहा कि संघर्ष के पहले दौर में भारतीय विमानों को गिराया गया था, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या उनमें राफेल भी शामिल था. हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा कि राफेल लड़ाकू विमान अब भी दुनिया के सबसे बेहतरीन विमान हैं.
राफेल की विश्वसनीयता
राफेल जेट्स की गुणवत्ता और विश्वसनीयता पर ट्रैपियर ने जोर देते हुए कहा कि राफेल दुनिया का सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमान है. उन्होंने एफ-35 और चीन के विमानों से तुलना करते हुए कहा, "राफेल एफ-35 से बेहतर है और बाजार में मौजूद सभी चीनी विमानों से कहीं ज्यादा सक्षम है." हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि एफ-22 जैसे विमानों के मुकाबले राफेल को चुनौती मिल सकती है, लेकिन राफेल की बहुमुखी प्रतिभा को लेकर उनका विश्वास मजबूत था. उन्होंने कहा, "अगर आप एक ऐसा विमान चाहते हैं जो हवा से हवा में मिशन, टोही, हवा से जमीन पर हमला, परमाणु मिशन और विमानवाहक पोत पर चढ़ाई करने में सक्षम हो, तो राफेल वास्तव में दुनिया का सबसे बेहतरीन विमान है."


