'सबूत मिटाए जा रहे...' ट्रंप की एपस्टीन वाली फोटो समेत 16 डॉक्यूमेंट अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट की साइट से गायब, मचा बवाल मचा
वे फाइलें, जो शुक्रवार को आसानी से उपलब्ध थीं लेकिन शनिवार तक अचानक गायब हो गईं. इनमें महिलाओं को दर्शाती हुई सुंदर चित्रकारियां (पेंटिंग्स) के चित्र थे, और एक तस्वीर तो खास तौर पर आकर्षक थी.

नई दिल्ली: अमेरिका के न्याय विभाग से जुड़ा जेफ्री एपस्टीन मामला एक बार फिर विवादों में घिर गया है. विभाग की सार्वजनिक वेबसाइट पर अपलोड किए गए डॉक्यूमेंट में से कम से कम 16 फाइलें बिना किसी सूचना के अचानक गायब हो गईं. इनमें एक ऐसी तस्वीर भी शामिल थी, जिसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जेफ्री एपस्टीन, मेलानिया ट्रंप और घिसलेन मैक्सवेल एक साथ दिखाई दे रहे थे.
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि ये फाइलें शुक्रवार को थीं, लेकिन शनिवार तक वेबसाइट से हटा ली गईं. न तो सरकार की ओर से कोई आधिकारिक कारण बताया गया और न ही आम जनता को इसकी कोई सूचना दी गई. इस घटनाक्रम ने एपस्टीन से जुड़े पुराने रहस्यों और प्रभावशाली लोगों की भूमिका को लेकर नई बहस छेड़ दी है.
क्यों हटाईं गईं फाइलें, बढ़ा संदेह
गायब हुई फाइलों में नग्न महिलाओं की पेंटिंग्स की तस्वीरें और एक ऐसी तस्वीर शामिल थी, जिसमें दराजों और एक क्रेडेंजा पर रखी कई तस्वीरें दिखती हैं. इसी तस्वीर के एक दराज में डोनाल्ड ट्रंप, जेफ्री एपस्टीन, मेलानिया ट्रंप और एपस्टीन की करीबी सहयोगी घिसलेन मैक्सवेल की फोटो मौजूद थी.
न्याय विभाग ने अब तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि ये फाइलें जानबूझकर हटाई गईं या किसी तकनीकी कारण से गायब हुईं. विभाग के प्रवक्ता ने इस पर टिप्पणी का तत्काल कोई जवाब नहीं दिया है.
सोशल मीडिया पर सवाल, विपक्ष का हमला
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर इन फाइलों के अचानक गायब होने से अटकलें तेज हो गईं. अमेरिकी कांग्रेस की हाउस ओवरसाइट कमेटी में डेमोक्रेट्स ने ट्रंप वाली तस्वीर का जिक्र करते हुए X पर पोस्ट किया, जिसमें लिखा गया कि और क्या छिपाया जा रहा है? अमेरिकी जनता के लिए पारदर्शिता जरूरी है.
डॉक्यूमेंट की रिलीज से पहले ही उठे सवाल
यह घटनाक्रम न्याय विभाग की बहुप्रतीक्षित डॉक्यूमेंट रिलीज के बाद सामने आया है. हालांकि हजारों पन्नों के डॉक्यूमेंट सार्वजनिक किए गए, लेकिन इनमें एपस्टीन के अपराधों या उन अभियोजन फैसलों पर कोई बड़ा नया खुलासा नहीं हुआ, जिनकी वजह से वह वर्षों तक गंभीर संघीय आरोपों से बचता रहा. सबसे अहम माने जा रहे कई दस्तावेज, जैसे पीड़ितों के FBI इंटरव्यू और आरोप तय करने से जुड़े आंतरिक न्याय विभाग के मेमो, इस शुरुआती रिलीज में शामिल ही नहीं थे.
अहम रिकॉर्ड अब भी गायब
कांग्रेस द्वारा पारित कानून के तहत जारी किए गए इन रिकॉर्ड्स में ब्रिटेन के पूर्व प्रिंस एंड्रयू जैसे उन शक्तिशाली लोगों का भी मुश्किल से जिक्र है, जिनका नाम लंबे समय से एपस्टीन से जुड़ता रहा है. इससे यह सवाल और गहरा गया है कि किन लोगों की जांच हुई और किन्हें नजर अंदाज किया गया.
हालांकि कुछ नए तथ्य सामने आए, जिनमें 2000 के दशक में एपस्टीन की जांच छोड़ने के न्याय विभाग के फैसले और 1996 की एक शिकायत शामिल है, जिसमें एपस्टीन पर बच्चों की तस्वीरें चुराने का आरोप लगाया गया था.
तस्वीरें ज्यादा, जवाब कम
अब तक के जारी डॉक्यूमेंट में न्यूयॉर्क और यूएस वर्जिन आइलैंड्स में एपस्टीन के घरों की तस्वीरें ज्यादा हैं, साथ ही कुछ राजनेताओं और सेलिब्रिटीज के फोटो भी शामिल हैं. इनमें पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की कई अनदेखी तस्वीरें हैं, जबकि ट्रंप की तस्वीरें बेहद कम हैं.
दोनों नेताओं ने बाद में एपस्टीन से किसी भी तरह के रिश्ते से इनकार किया है और न ही उन पर किसी तरह का आपराधिक आरोप लगाया गया है.
कांग्रेस की समयसीमा के बावजूद अधूरी पारदर्शिता
कांग्रेस द्वारा तय की गई शुक्रवार की समयसीमा के बावजूद न्याय विभाग ने कहा है कि डॉक्यूमेंट चरणबद्ध तरीके से जारी किए जाएंगे. विभाग का तर्क है कि पीड़ितों की पहचान छुपाने की प्रक्रिया में समय लग रहा है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि आगे और रिकॉर्ड कब जारी होंगे.
इस रवैये से कई पीड़ित और सांसद नाराज हैं. एपस्टीन की शिकायतकर्ताओं में शामिल मरीना लासेरडा ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि न्याय विभाग, न्याय व्यवस्था एक बार फिर हमें निराश कर रही है.
ग्रैंड जूरी दस्तावेजों से झलकी सच्चाई
अब तक जारी सबसे अहम डॉक्यूमेंट में 2007 के ग्रैंड जूरी ट्रांसक्रिप्ट शामिल हैं, जिनमें FBI एजेंटों की गवाही दर्ज है. इनमें कई लड़कियों और युवतियों के बयान हैं, जिन्होंने एपस्टीन द्वारा पैसे देकर यौन कृत्य कराने की बात बताई. सबसे कम उम्र की पीड़िता 14 साल की थी.
अभियोजन न करने के फैसले पर सफाई
डॉक्यूमेंट में पूर्व अमेरिकी अटॉर्नी अलेक्जेंडर अकोस्टा का इंटरव्यू भी शामिल है, जिन्होंने संघीय आरोप न लगाने के फैसले को सही ठहराने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि जूरी द्वारा आरोपों पर विश्वास किए जाने को लेकर शंकाएं थीं. अकोस्टा ने कहा कि मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यह सही दृष्टिकोण था. आज के समय में पीड़ितों को अलग नजर से देखा जाता है.
पीड़ित पक्ष की प्रतिक्रिया
एपस्टीन की पीड़िता मारिया फार्मर की वकील जेनिफर फ्रीमैन ने डॉक्यूमेंट के जारी होने को लेकर कहा कि यह एक जीत भी है और एक त्रासदी भी, उनका कहना है कि इससे यह साफ होता है कि अगर सरकार ने समय रहते सही जांच की होती, तो कई अपराध रोके जा सकते थे.


