हमास के साथ सीजफायर का पहला फेज खत्म! रमजान के बीच इजरायल ने रोकी वस्तुओं की आपूर्ति
इजरायल हमास के बीच सीजफायर का पहला फेज शनिवार को समाप्त हो गया. इस चरण में मानवीय सहायता भी शामिल थी. दोनों पक्षों के बीच दूसरे चरण पर बातचीत होना बाकी है, जिसमें इजरायल के पीछे हटने और स्थायी युद्ध विराम के बदले में हमास को दर्जनों बंधकों को रिहा करना था. इससे पहले इजराइल ने कहा था कि वह संघर्ष विराम के पहले चरण को रमजान या 20 अप्रैल तक बढ़ाने के प्रस्ताव का समर्थन करता है.

इजरायल ने रविवार को गाजा पट्टी में सभी वस्तुओं और आपूर्तियों के प्रवेश को रोक दिया. हालांकि, यह पुष्टि नहीं की गई कि सहायता की आपूर्ति पूरी तरह से रोक दी गई है या नहीं.प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस निर्णय के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी, लेकिन चेतावनी दी कि अगर हमास युद्ध विराम के विस्तार के लिए इजरायल के अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करता है तो उसे 'अतिरिक्त परिणाम' भुगतने पड़ेंगे. यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि सहायता की आपूर्ति पूरी तरह से रोक दी गई है या नहीं.
सीजफायर का पहला चरण समाप्त
इजरायल हमास के बीच सीजफायर का पहला फेज शनिवार को समाप्त हो गया. इस चरण में मानवीय सहायता भी शामिल थी. दोनों पक्षों के बीच दूसरे चरण पर बातचीत होना बाकी है, जिसमें इजरायल के पीछे हटने और स्थायी युद्ध विराम के बदले में हमास को दर्जनों बंधकों को रिहा करना था.
इससे पहले इजराइल ने कहा था कि वह संघर्ष विराम के पहले चरण को रमजान या 20 अप्रैल तक बढ़ाने के प्रस्ताव का समर्थन करता है. उसने कहा कि यह प्रस्ताव ट्रंप प्रशासन के मध्यपूर्व दूत स्टीव विटकॉफ की ओर से आया है.
इजरायल समझौते से कर रहा इनकार
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय के अनुसार, इस प्रस्ताव के तहत हमास पहले दिन आधे बंधकों को रिहा कर देगा तथा शेष को तब रिहा करेगा जब स्थायी युद्धविराम पर समझौता हो जाएगा. नेतन्याहू के कार्यालय के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए हमास के वरिष्ठ अधिकारी महमूद मर्दावी ने कहा कि यह स्पष्ट पुष्टि है कि इजरायल उन समझौतों से इनकार कर रहा है जिन पर उसने पहले हस्ताक्षर किए थे.
मीडिया रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि इस निरंतर हेरफेर से बंधकों को उनके परिवारों को वापस नहीं लौटाया जा सकेगा. बल्कि इसके विपरीत. इससे उन्हें निरंतर पीड़ा होगी और उनका जीवन खतरे में पड़ जाएगा.
19 जनवरी को शुरू हुआ था इजरायल हमास सीजफायर
युद्ध विराम समझौते ने 19 जनवरी से शुरू होने वाले 15 महीने के संघर्ष को रोक दिया, जिससे 7 अक्टूबर को हमास के हमले में पकड़े गए 33 इजरायली बंधकों और पांच थाई लोगों को इजरायल द्वारा पकड़े गए लगभग 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों और बंदियों के बदले में बदला जा सका. इसका उद्देश्य युद्ध विराम समझौते को आगे बढ़ाने के लिए बाद की बातचीत को आगे बढ़ाना था.


