अगर यूरोप युद्ध करना चाहता है तो रूस तैयार...राष्ट्रपति पुतिन ने यूरोपिय देशों को दी सख्त चेतावनी
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूरोप को चेतावनी दी कि यदि यूरोपीय देश रूस के खिलाफ युद्ध शुरू करते हैं तो मॉस्को तुरंत जवाब देने को तैयार है. उन्होंने आरोप लगाया कि यूरोपीय सरकारें अमेरिका द्वारा संचालित शांति प्रक्रिया में बाधा डाल रही हैं.

नई दिल्ली : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को यूरोपीय देशों को अब तक की सबसे सख्त चेतावनियों में से एक जारी करते हुए कहा कि यदि यूरोप रूस के खिलाफ युद्ध छेड़ने की पहल करता है, तो मॉस्को “तुरंत तैयार” मिलेगा. यह बयान ऐसे समय आया जब रूस में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ट्रम्प प्रशासन की संशोधित यूक्रेन शांति योजना पर चर्चा के लिए मौजूद था.
निवेश सम्मेलन के दौरान बोले पुतिन
“हम आक्रामक नहीं, पर अपनी सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार”
पुतिन ने कहा कि रूस यूरोप पर हमला करने की कोई योजना नहीं रखता, लेकिन यदि यूरोप ने युद्ध की शुरुआत की, तो प्रतिक्रिया के लिए रूस तैयार रहेगा. यूरोपीय देशों का तर्क है कि रूस यूक्रेन से आगे भी अपनी सैन्य गतिविधियों का दायरा बढ़ा सकता है, जिसका संकेत वे ड्रोन घुसपैठ, हवाई उल्लंघनों और तोड़फोड़ की आशंकाओं से जोड़कर देते हैं. 2022 में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद यूरोप को रक्षा और ऊर्जा सुरक्षा पर भारी खर्च करना पड़ा है.
यूरोप पर अमेरिकी प्रयासों को बाधित करने का आरोप
पुतिन ने यूरोपीय देशों पर आरोप लगाया कि वे अमेरिका द्वारा चलाए जा रहे शांति प्रयासों में अड़चनें डाल रहे हैं और बातचीत के प्रारूप में ऐसे प्रस्ताव जोड़ रहे हैं जिन्हें रूस किसी हाल में स्वीकार नहीं कर सकता. उनके अनुसार, यूरोपीय नेतृत्व “शांति की दिशा में नहीं, बल्कि टकराव की ओर” झुका हुआ है.
बढ़ते तनाव के बीच मॉस्को पहुंचा अमेरिकी दल
क्रेमलिन में विटकॉफ और कुशनर का स्वागत करते हुए पुतिन ने उम्मीद जताई कि बातचीत शांति ढांचे को आगे बढ़ाने में सहायक होगी. विटकॉफ ने मॉस्को को “बेहद सुंदर शहर” बताया और कहा कि बैठक से पहले उन्होंने शहर में एक प्रभावशाली सैर की.
ट्रम्प प्रशासन की संशोधित शांति योजना पर मंथन
अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की यह यात्रा ऐसे समय हो रही है जब ट्रम्प सरकार अपनी यूक्रेन शांति योजना के संशोधित संस्करण को अंतिम रूप देने की कोशिश कर रही है. मूल योजना पर यूक्रेन और यूरोपीय देशों ने यह कहकर आपत्ति जताई थी कि इसमें रूस के हितों को अधिक महत्व दिया गया है. हाल ही में अमेरिका और यूक्रेन के अधिकारियों ने फ्लोरिडा में बैठक कर 28 बिंदुओं को घटाकर 20 पर सहमति बनाई है. अमेरिकी विदेश मंत्री मारको रुबियो ने इन चर्चा को “उत्पादक” बताया, हालांकि निर्णायक समाधान अभी दूर है.
जेलेंस्की ने संशोधित दस्तावेज़ को “तैयार” बताया
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि नया प्रारूप जिनेवा में बने पहले दस्तावेज़ पर आधारित है और अब लगभग अंतिम रूप ले चुका है. यूक्रेनी कूटनीतिज्ञों का कहना है कि वे सुनिश्चित करना चाहते हैं कि यूरोपीय साझेदार हर स्तर पर शामिल रहें, क्योंकि रूस पश्चिमी देशों को बांटने के लिए दुष्प्रचार फैला रहा है.
“शांति वार्ता में हमें दरकिनार किया गया”
यूरोपीय नेताओं ने लंबे समय से शिकायत की है कि अमेरिका और रूस के बीच तैयार हुई मूल शांति मसौदा-रूपरेखा में उन्हें पर्याप्त भूमिका नहीं दी गई, जबकि किसी भी भविष्य के समझौते को लागू करने और आर्थिक सहायता प्रदान करने की भारी जिम्मेदारी उन्हीं पर आएगी.


