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US के साथ लंबी वार्ता, लेकिन समझौते पर अभी सहमति नहीं...पुतिन के सलाहकार का बड़ा बयान

रूस ने कहा कि यूक्रेन के कब्ज़े वाले क्षेत्रों पर अमेरिका के साथ हुई लंबी बातचीत के बावजूद कोई समझौता नहीं बन सका. पुतिन के शीर्ष सलाहकार उशाकोव ने वार्ता को रचनात्मक बताया, पर मुख्य मतभेद बरकरार रहे. अमेरिकी दूत विटकॉफ़ और कुशनर के साथ पाँच घंटे की चर्चा के बाद भी पक्ष एक-दूसरे के करीब नहीं आए, जबकि पुतिन ने यूरोप पर शांति प्रयासों को बाधित करने का आरोप लगाया.

Utsav Singh
Edited By: Utsav Singh

नई दिल्ली : मास्को ने मंगलवार को स्पष्ट कर दिया कि यूक्रेन के कब्ज़े वाले इलाकों को लेकर अमेरिका और रूस के बीच अभी तक किसी भी प्रकार की सहमति नहीं बन पाई है. अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ़ और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दामाद जैरेड कुशनर के साथ रूस में कई घंटों तक चली बातचीत के बावजूद, इस प्रमुख मुद्दे पर गतिरोध बना हुआ है.

“कुछ अमेरिकी सुझावों पर चर्चा संभव, पर सहमति नहीं”

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के शीर्ष विदेश नीति सलाहकार यूरी उशाकोव ने बताया कि बातचीत उपयोगी और रचनात्मक रही, परन्तु यूक्रेन के विवादित क्षेत्रों पर कोई साझा सूत्र नहीं निकल सका. उन्होंने कहा कि अमेरिकी पक्ष ने जो प्रारंभिक शांति–रूपरेखा पेश की थी, उसे चार हिस्सों में बाँटकर करीब पाँच घंटे तक चर्चा की गई. कुछ बिंदुओं पर सहयोग संभव दिखा, लेकिन कई प्रस्तावों पर अमेरिकी नेतृत्व विशेषकर डोनाल्ड ट्रम्प की आलोचनात्मक स्थिति साफ दिखाई दी.

“दूरी बढ़ी नहीं, पर समाधान तक पहुंचने में समय लगेगा”
जब उशाकोव से पूछा गया कि क्या वार्ता के बाद दोनों देशों की स्थिति एक–दूसरे से और दूर चली गई है, तो उन्होंने इसे नकार दिया. उनके अनुसार, मतभेद कायम हैं, लेकिन बातचीत से दूरी नहीं बढ़ी है. उन्होंने यह भी कहा कि अब भी वॉशिंगटन और मॉस्को—दोनों को—काफी काम करना होगा ताकि किसी साझा समाधान तक पहुँचा जा सके.

अमेरिका–यूक्रेन वार्ता के बाद हुई यह बैठक
यह उच्चस्तरीय मुलाक़ात उस समय हुई जब कुछ दिनों पहले फ्लोरिडा में अमेरिकी अधिकारियों ने यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता की थी. अमेरिका के विदेश मंत्री मारको रुबियो ने उन वार्ताओं को “सावधानीपूर्ण आशावादी” बताया था. इसके तुरंत बाद रूस में पुतिन ने आधी रात तक अमेरिकी दूतों के साथ बातचीत की, जिसकी रिपोर्ट अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने दी.

यूरोप पर पुतिन का आरोप, “शांति नहीं, युद्ध का एजेंडा”
इसी दिन पुतिन ने यूरोपीय देशों पर आरोप लगाया कि वे अमेरिका की मध्यस्थता को बाधित कर रहे हैं और वास्तव में शांति में दिलचस्पी नहीं रखते. उनके शब्दों में, यूरोपीय साझेदार “युद्ध की तरफ खड़े हैं” और समाधान में रुकावट डाल रहे हैं. पुतिन ने यह भी कहा कि अगर यूरोप रूस के साथ संघर्ष छेड़ना चाहता है, तो रूस हर स्थिति के लिए तैयार है.

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03 December 2025, 07:44 AM IST

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