एयर डिफेंस की वैश्विक रेस में भारत अव्वल, पाकिस्तान ने भी बढ़ाई तैयारी, टॉप 10 एयर डिफेंस सिस्टम की लिस्ट जारी
आज के युद्धों में हवाई हमलों का प्रमुख स्थान है. इन सबके बीच एयर डिफेंस सिस्टम की खास अहमियत है.

आजकल के युद्धों में हवाई हमलों का प्रमुख स्थान है. चाहे वह रूस-यूक्रेन संघर्ष हो, इजरायल-ईरान टकराव, भारत-पाकिस्तान समीकरण या इजरायल-हमास युद्ध. इनमें सभी में एयर डिफेंस सिस्टम की अहमियत सामने आई है. आइए जानें विश्व के दस सर्वश्रेष्ठ वायु रक्षा नेटवर्क और उनकी क्षमताओं का विश्लेषण.
1. S-400 ट्रायम्फ (रूस)
रुस की अल्माज़ सेंट्रल डिज़ाइन ब्यूरो द्वारा विकसित S‑400 ट्रायम्फ को विश्व का सबसे दमदार एयर डिफेंस सिस्टम माना जाता है. इसमें उन्नत रडार, लक्ष्य पहचान प्रणाली, एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल और कमांड-कॉंट्रोल संरचना शामिल है. यह मल्टी टारगेट सिस्टम उच्च क्षमता और स्टील्थ तकनीक वाले विमानों व क्रूज़ मिसाइलों को भी निशाना बना सकता है. इसकी मारक सीमा लगभग 56 किलोमीटर है. वर्तमान में भारत और चीन दोनों ने इसे अपनाया है.
2. डेविड स्लिंग (इज़राइल)
देविड स्लिंग सिस्टम इज़राइल और अमेरिका की साझेदारी का नतीजा है. यह आयरन डोम और लंबी दूरी की मिसाइल सिस्टम के बीच का मध्यम दूरी का कवच साबित हुआ है. इसकी मारक सीमा लगभग 300 किलोमीटर तक है और यह समुद्र तल से लेकर 15 किलोमीटर ऊंचाई तक मिसाइलों को रोक सकता है.
3. S‑300VM (रूस)
S‑300VM, जिसे एंटे-2500 के रूप में भी जाना जाता है. एक लंबी दूरी की मल्टी-चैनल एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली है. यह बैलिस्टिक और क्रूज़ मिसाइलों, फिक्स्ड-विंग विमानों और गाइडेड मिसाइलों को रोकने में सक्षम है. इसकी मारक सीमा लगभग 200 किलोमीटर है और ऊंचाई की क्षमता 30 किलोमीटर तक है. यह रूस में व्यापक रूप से उपयोग होता है.
4. टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD, अमेरिका)
THAAD सिस्टम एक आधुनिक एंटी बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस प्रणाली है, जो मिसाइलों को उनके अंतिम चरण में ही ढहाता है. इसमें 100% इंटरसेप्शन का रिकॉर्ड है और यह 150 से 200 किलोमीटर की ऊंचाई तक प्रभावी है. इसे हाल ही में इज़राइल में तैनात किया गया, जहां इसने दुश्मन मिसाइलों को सफलतापूर्वक नाकाम किया.
5. MIM-104 पैट्रियट (अमेरिका)
दुनिया भर में व्यापक उपयोग में लाया जाने वाला पैट्रियट सिस्टम रेथियॉन और लॉकहीड मार्टिन की संयुक्त रचना है. इसकी मारक सीमा 170 किलोमीटर और ऊंचाई लगभग 24 किलोमीटर है. यह सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल, क्रूज़ मिसाइल और उन्नत विमानों को रोकने में सक्षम है. यूक्रेन और इज़राइल सहित कई देशों ने इसे तैनात किया है.
6. HQ-9 (चीन)
चीन का HQ‑9 स्टील्थ विमानों, यूएवी, क्रूज़ और थिएटर बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने में सक्षम है. इसे S‑300 का चीनी संस्करण माना जाता है. इसकी मारक सीमा 125 किलोमीटर और ऊंचाई तकरीबन 27 किलोमीटर तक है. यह न केवल चीन में बल्कि पाकिस्तान में भी उपयोग में है.
7. एस्टर 30 SAMP/T (फ्रांस):
इस मोबाइल एंटी-एयरक्राफ्ट सिस्टम को यूरोसैम (एमबीडीए और थेल्स) ने मिलकर तैयार किया है. इसकी खासियत यह है कि यह उच्च गति की बैलिस्टिक मिसाइलों और लड़ाकू विमानों दोनों को रोक सकता है. इसकी एक रडार एक साथ दो मिसाइलों के ऑपरेशन को संभव बनाती है. यह फ्रांसीसी, इटालियन और सिंगापुरियन सेनाओं में अपनाया गया है.
8. MEADS (अमेरिका-जर्मनी-इटली)
MEADS, जिसे मिसाइल डिफेंस सिस्टम के रूप में विकसित किया गया है, मौजूदा पैट्रियट प्रणाली की जगह लेने के लिए डिज़ाइन किया गया है. इसकी रेंज 40 किलोमीटर है, मल्टीफंक्शन फेज्ड ऐरे रडार इसे 360° कवरेज देता है और यह एक साथ 12 मिसाइल लॉन्च कर सकता है.
9. बराक-8 (भारत/इज़राइल)
बराक‑8, भारत के डीआरडीओ और इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज का संयुक्त निर्माण, एक सतह-से-हवा मार प्रणाली है. यह 16 किलोमीटर तक की दूरी पर काम करती है और एलएम 2048 रडार के साथ लाइव ट्रैकिंग की क्षमता रखती है. इस सिस्टम को भारतीय सेनाओं ने आत्मसात किया है.
10. आयरन डोम (इज़राइल)
इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज और राफेल के संयुक्त प्रयास से बना आयरन डोम कम दूरी के खतरों का जवाब देता है. इसकी मारक सीमा 70 किलोमीटर तक है. इसमें तामार इंटरसेप्टर मिसाइल और रडार सिस्टम शामिल हैं. यह मिसाइलों को जल्द पहचानकर उन्हें रोकने में माहिर है, हालांकि हाल के हमलों में इसकी कार्यक्षमता पर सवाल भी उठे हैं.


