US के जॉर्जिया में मिलिट्री बेस पर अंधाधुंध फायरिंग, हमलावर ने 5 जवानों को मारी गोली
जॉर्जिया के फोर्ट स्टीवर्ट आर्मी बेस में एक हमलावर ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें पांच अमेरिकी सैनिक घायल हो गए. यह घटना 2nd आर्मर्ड ब्रिगेड परिसर में सुबह करीब 10:56 बजे हुई. पूरे बेस को तुरंत लॉकडाउन कर दिया गया और हमलावर को करीब 11:35 बजे गिरफ्तार कर लिया गया. घटना की जांच एफबीआई और आर्मी क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिवीजन द्वारा की जा रही है.

अमेरिका के जॉर्जिया राज्य में स्थित यूएस आर्मी बेस फोर्ट स्टीवर्ट में सोमवार सुबह एक चौंकाने वाली घटना हुई, जिसमें अज्ञात हमलावर द्वारा अंधाधुंध फायरिंग की गई. इस गोलीबारी में पांच अमेरिकी सैनिक जख्मी हुए हैं. सैनिकों को Army Community Hospital में भर्ती कराया गया है, लेकिन अभी उनकी हालत की पूरी जानकारी सार्वजनिक नहीं हुई है.
घटना का क्रम, सूचना से गिरफ्तारी तक...
जांच और सुरक्षा व्यवस्थाएँ
व्हाइट हाउस ने दी प्रतिक्रिया, जांच जारी
जॉर्जिया के फोर्ट स्टीवर्ट आर्मी बेस में हुई गोलीबारी की घटना पर व्हाइट हाउस ने आधिकारिक बयान जारी किया है. बयान में बताया गया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस घटना की जानकारी दे दी गई है और प्रशासन लगातार स्थिति पर निगरानी रखे हुए है. एफबीआई का सवाना कार्यालय सेना के आपराधिक जांच विभाग (CID) के साथ मिलकर इस गंभीर मामले की जांच कर रहा है. सुरक्षा एजेंसियां हमलावर की मंशा और हमले के कारणों को जानने में जुटी हैं. फिलहाल घटना की जांच जारी है और अधिकारियों ने नागरिकों से अफवाहों से बचने और केवल आधिकारिक जानकारी पर विश्वास करने की अपील की है.
— FBI Atlanta (@FBIAtlanta) August 6, 2025
फोर्ट स्टीवर्ट, एक प्रमुख सैन्य स्थल
फोर्ट स्टीवर्ट अमेरिका की 3rd इन्फैंट्री डिवीजन का मुख्यालय है और यह सक्रिय एवं रिजर्व आर्मी यूनिट्स को प्रशिक्षण देने का एक महत्वपूर्ण केंद्र है. यहाँ लगभग 10,000 सैनिक, उनके परिवार और कर्मचारी रहते हैं, जबकि इस बेस से जुड़े लोग कुल मिलाकर 25,000 से अधिक हैं. फोर्ट स्टीवर्ट, जॉर्जिया के सवाना जिले से लगभग 40 मील दक्षिण-पश्चिम स्थित है.
यह हमला अमेरिकी सेना के लिए सुरक्षा चुनौतियों के प्रति एक गंभीर चेतावनी है. घटना की तीव्र प्रतिक्रिया और त्वरित गिरफ्तारी ने तत्काल स्थिति को नियंत्रित करने में मदद की. हालांकि, अब पूरी जांच की जिम्मेदारी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के हाथ में है, जो इस मामले में स्पष्टता और न्याय सुनिश्चित करेंगे.


