पाकिस्तानी PM की इंटरनेशनल बेइज्जती! पुतिन ने शहबाज शरीफ को 40 मिनट तक करवाया इंतजार, देखें Vidoe
तुर्कमेनिस्तान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फोरम के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को भारी अपमान का सामना करना पड़ा, जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उन्हें करीब 40 मिनट इंतजार करवाया. निराश होकर शरीफ पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन की बैठक में भी बिना अनुमति घुस गए, लेकिन बात नहीं बन सकी.

नई दिल्ली : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को तुर्कमेनिस्तान में आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा, जिसने न केवल उन्हें शर्मिंदा किया बल्कि पाकिस्तान की कूटनीति पर भी सवाल खड़े कर दिए. स्थायी तटस्थता की 30वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अशगाबात में इंटरनेशनल फोरम का आयोजन किया गया था, जिसमें कई देशों के प्रमुख नेताओं को आमंत्रित किया गया था. इसी कार्यक्रम में शरीफ की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात निर्धारित थी, लेकिन घटनाक्रम उम्मीद के विपरीत साबित हुआ.
पुतिन ने करवाया 40 मिनट इंतजार
❗️🇵🇰 PM Sharif Waited For Over 40 Minutes For President Putin Before Growing Tired And Gate-crashing Russian Leader's Meeting With Erdogan - RT Correspondent
He left ten minutes later. pic.twitter.com/tgUdPHT4eh— RT_India (@RT_India_news) December 12, 2025
यह दृश्य सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और उपयोगकर्ताओं ने इस स्थिति का मज़ाक उड़ाना शुरू कर दिया. लोगों का कहना था कि इतनी बड़ी अंतरराष्ट्रीय बेइज्जती पाकिस्तान के राजनीतिक नेतृत्व की कमजोर स्थिति को दर्शाती है.
पुतिन और एर्दोगन की बैठक में घुसने की कोशिश
इंतजार से तंग आकर शहबाज शरीफ सीधे उस कमरे की ओर बढ़े जहां रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन की क्लोज़-डोर बैठक चल रही थी. रिपोर्ट्स के अनुसार, शरीफ ने बिना अनुमति उस कक्ष में प्रवेश किया, उम्मीद थी कि वे पुतिन का ध्यान या समय प्राप्त कर पाएंगे. लेकिन वहां भी उनकी बात नहीं बन सकी. बैठक औपचारिक थी और उनकी उपस्थिति से कोई विशेष प्रतिक्रिया नहीं मिली. करीब दस मिनट बाद उन्हें वहां से भी लौटना पड़ा, जो उनकी असहजता और कूटनीतिक असफलता को और अधिक उजागर करता है.
सोशल मीडिया पर भारी ट्रोलिंग
जैसे ही वीडियो आया, ट्विटर और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर तंज़ और व्यंग्य की बाढ़ आ गई. कई यूज़र्स ने कहा कि पुतिन “भिखारियों पर अपना समय बर्बाद नहीं करते.” एक अन्य ने शहबाज शरीफ की तुलना बिना निमंत्रण विवाह में पहुंचने वाले रिश्तेदार से कर दी. यह पूरा प्रकरण पाकिस्तान की वैश्विक छवि और उसके नेताओं की कूटनीतिक क्षमता पर कटाक्ष बनकर सामने आया.
कार्यक्रम में शामिल हुए कई वैश्विक नेता
अशगाबात में आयोजित इस शांति और विश्वास कार्यक्रम में पुतिन, एर्दोगन और शहबाज शरीफ सहित कई देशों के नेता शामिल हुए थे. यह मंच अंतरराष्ट्रीय सहयोग और क्षेत्रीय शांति पर केंद्रित था, लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के साथ हुई घटना ने चर्चा का केंद्र बदल दिया.


