‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ से खौफ में ईरान, खामेनेई की जान पर खतरा
इज़रायल ने ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई को निशाना बनाने के संकेत दिए हैं. ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ के तहत कई वैज्ञानिक मारे गए हैं. जवाब में ईरान ने ‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III’ शुरू कर मिसाइलें दागीं. दोनों देशों के बीच बढ़ते टकराव से वैश्विक तनाव गहरा गया है.

इज़रायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक वरिष्ठ इज़रायली अधिकारी ने वॉल स्ट्रीट जर्नल से बातचीत में बड़ा संकेत दिया है. अधिकारी ने कहा कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई अब सीधे निशाने पर हो सकते हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि खामेनेई की हत्या "सीमा से बाहर नहीं है" — यानी अब इज़रायल की रणनीति सिर्फ ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नुकसान पहुंचाने की नहीं, बल्कि उसके नेतृत्व ढांचे को भी ध्वस्त करने की ओर बढ़ रही है.
इज़रायल ने हाल के महीनों में ईरान के कई शीर्ष वैज्ञानिकों और सैन्य अधिकारियों को निशाना बनाया है. अधिकारी ने बताया कि इनमें नातान्ज़ की परमाणु सुविधा शामिल है, जहां भारी क्षति हुई है. यह सब ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ नामक गुप्त कार्रवाई का हिस्सा है, जिसके अंतर्गत और भी हमलों की योजना बनाई जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, इन हमलों ने ईरान की सैन्य और परमाणु क्षमताओं को काफी पीछे धकेला है.
ईरान का जवाब: 'ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III'
जवाबी कार्रवाई में, ईरान ने 'ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III' के तहत इज़रायली क्षेत्र पर मिसाइल हमलों की नई लहर शुरू कर दी है. शनिवार को तेल अवीव समेत कई शहरों में सायरन बजने लगे जब इज़रायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने ईरान से दागी गई मिसाइलों की पुष्टि की. इज़रायल की रक्षात्मक प्रणालियां सक्रिय हो गईं, लेकिन इस हमले से दोनों देशों के बीच तनाव और गहरा गया.
तेहरान में इज़रायली हवाई हमले
ईरान की जवाबी कार्रवाई के तुरंत बाद, इज़रायल ने रातभर तेहरान में कई ठिकानों पर हवाई हमले किए. इन हमलों ने पहले से ही तनावपूर्ण हालात को और गंभीर बना दिया है. जानकारों का मानना है कि यह टकराव अब एक व्यापक क्षेत्रीय युद्ध की दिशा में बढ़ सकता है.
खामेनेई की चेतावनी
सुप्रीम लीडर खामेनेई ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कड़े शब्दों में चेतावनी दी: "हम इस बड़े अपराध के लिए इज़रायल को बख्शेंगे नहीं." उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी आगाह किया कि यदि इज़रायल की कार्रवाइयों पर रोक नहीं लगी, तो नतीजे गंभीर होंगे.
वैश्विक चिंता में वृद्धि
राजनीतिक नेतृत्व को निशाना बनाए जाने की संभावनाओं और गहरे छिपे परमाणु ठिकानों की भेद्यता ने वैश्विक शक्तियों की चिंता बढ़ा दी है. हालांकि कई रणनीतिक विशेषज्ञ इस पर संदेह जता रहे हैं कि क्या इज़रायल वाकई में ईरान के पूरे परमाणु कार्यक्रम को नष्ट कर सकता है, लेकिन इज़रायल का दावा है कि उसने अब तक ईरान की क्षमताओं को “काफी पीछे” धकेल दिया है.
टकराव का अंत या युद्ध की शुरुआत?
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या यह टकराव सीमित रहेगा या मध्य-पूर्व को एक बड़े युद्ध में झोंक देगा? खामेनेई की हत्या की संभावना, और इज़रायली हमलों की गति—दोनों मिलकर एक खतरनाक मोड़ का संकेत दे रहे हैं, जो पूरी दुनिया को हिला सकता है.


