हनी ट्रैप की आड़ में ISI का बड़ा खेल, मैडम 'X' से उगलवाए जा रहे थे देश के राज!
भारत में हाल ही में कई पाकिस्तानी जासूसों की गिरफ्तारी ने खुफिया एजेंसियों को सतर्क कर दिया है. पूछताछ में सामने आया कि पाकिस्तान ISI हनी ट्रैप के जरिए भारतीय युवाओं और इंफ्लूएंसर्स को जासूसी के लिए उकसा रही है.

नई दिल्ली. हरियाणा के कैथल जिले से पकड़ गे युवक देवेंद्र सिंह ढिल्लों ने पूछताछ में एक सनसनीखेज खुलासा किया है. उसने माना कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजंसी ISI के हनी ट्रैप में फंस गया था और जासूसी के लिए मजबूर किया गया. देवेंद्र ने बताया कि करतारपुर कॉरिडोर के जरिए वह पाकिस्तान गया था. जहां उसकी मुलाकात ISI के जुड़े लोगों से हुई. देवेंद्र ने बताया कि वह 3,000 लोगों के जत्थे के साथ करतारपुर कॉरिडोर के ज़रिए पाकिस्तान गया था। वहां उसकी मुलाकात विक्की नाम के पाकिस्तानी व्यक्ति से हुई, जिसने उसे घुमाया और पूजा करवाई। इसके बाद लाहौर में विक्की ने देवेंद्र को अरसलान नाम के शख्स से मिलवाया और एक होटल में एक महिला से भी उसकी भेंट करवाई। यहीं से शुरू हुआ हनी ट्रैप का खेल।
सोशल मीडिया पर हुआ संपर्क
देवेंद्र का कहना है कि होटल में मुलाकात के बाद वह लड़की उससे शॉपिंग पर भी गई और उन्होंने एक-दूसरे का नंबर और इंस्टाग्राम आईडी शेयर किया। लेकिन जैसे ही वह भारत लौटा, लड़की ने उसे ब्लॉक कर दिया। इसी बीच विक्की ने उसे एक QR कोड वाले भारतीय नंबर पर ₹1500 ट्रांसफर करने को कहा। देवेंद्र ने यह सोचकर पैसे भेज दिए कि यह किसी गरीब की मदद है। देवेंद्र ने कबूल किया कि विक्की ने एक दिन उससे भारतीय सिम कार्ड की मांग की। यहीं से एजेंसियों को शक हुआ और उन्होंने जांच शुरू की। फिलहाल उस सिम नंबर की जांच चल रही है कि उसका इस्तेमाल कौन कर रहा है।
ऐसे हुआ देवेंद्र का भंडाफोड़
11 मई को गुहला थाने में सुरक्षा एजेंट ने शिकायत दी कि देवेंद्र फेसबुक पर बिना लाइसेंस हथियारों की तस्वीरें पोस्ट कर रहा है। 13 मई को उसे हिरासत में लिया गया और दो दिन की पूछताछ के बाद उसके फोन से पाकिस्तान को भेजी गई संवेदनशील जानकारियों के सबूत मिले। इसके बाद देवेंद्र को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया।
मैडम 'X' का बढ़ता रहस्य
पूछताछ में जिस महिला का जिक्र आया है, उसे फिलहाल 'मैडम x' का नाम दिया गया. जांच एजेंसियों का मानना है कि उसने केवल देवेंद्र को ही नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर सक्रिय कई युवाओं को भी अपने हुस्न के जाल में फंसाकर भार ते जुड़ी संवेदनशील जानकारी लेने की कोशिश की है.


