गाजा पट्टी पर कब्जे की तैयारी में इजरायल, आबादी को सीमित क्षेत्रों में भेजने की योजना
जब इजरायली सेना (IDF) अपना जमीनी हमला शुरू करेगी, तो गाजा की करीब 20 लाख की आबादी को केवल 25 प्रतिशत क्षेत्र में सीमित कर दिया जाएगा. इसके बाद बाकी गाजा क्षेत्र पर सैन्य नियंत्रण स्थापित किया जाएगा. हमास के खिलाफ इस अभियान के लिए IDF ने एक नई रणनीति तैयार की है.

यरुशलम से मिली जानकारी के अनुसार, इजरायल ने आगामी दो महीनों में गाजा पट्टी के 75% हिस्से पर नियंत्रण स्थापित करने की योजना बनाई है. इजरायली रक्षा बल (IDF) एक बड़े जमीनी अभियान की तैयारी में है, जिसके तहत फिलिस्तीनी नागरिकों को गाजा के तीन सीमित क्षेत्रों में स्थानांतरित किया जाएगा. यह कार्रवाई विशेष रूप से तब शुरू की जा सकती है, यदि हमास बंधकों की रिहाई के लिए राज़ी नहीं होता.
तीन क्षेत्रों में होगी फिलिस्तीनी आबादी की जगह
जिन स्थानों पर नागरिकों को भेजने की योजना है, उनमें दक्षिणी गाजा का मवासी क्षेत्र शामिल है, जिसे पहले एक मानवीय क्षेत्र घोषित किया गया था. इसके अतिरिक्त, मध्य गाजा के दीर अल-बलाह और नुसेरात तथा गाजा सिटी का केंद्र हिस्सा भी इनमें शामिल हैं. हाल के युद्धविराम के दौरान कई फिलिस्तीनी गाजा सिटी लौट आए थे.
अधिकांश आबादी संकुचित क्षेत्रों में
IDF के अनुसार, वर्तमान में मवासी क्षेत्र में करीब सात लाख लोग रह रहे हैं, जबकि मध्य गाजा और गाजा सिटी में क्रमशः 3.5 लाख और 10 लाख की आबादी है. इस अभियान के बाद गाजा की लगभग 20 लाख जनसंख्या को पट्टी के सिर्फ 25% हिस्से में सीमित कर दिया जाएगा.
अभियान के बाद क्या होगा?
इजरायली सेना का लक्ष्य गाजा के शेष हिस्से को नियंत्रित कर हमास के ढांचे को खत्म करना है. वहां की कई इमारतों को ध्वस्त कर, लंबे समय तक सैन्य उपस्थिति बनाए रखने की योजना है. राफा, खान यूनिस और गाजा सिटी के उत्तरी क्षेत्र इसके अंतर्गत आएंगे.
हवाई हमलों में बढ़ रही मौतें
इसी दौरान इजरायली हवाई हमले जारी हैं. सोमवार को इन हमलों में कम से कम 46 लोगों की मौत हुई, जिनमें से 31 एक स्कूल में मारे गए. स्कूल को आश्रय स्थल के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था. स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, हमला सोते समय हुआ जिससे अफरातफरी मच गई. शिफा अस्पताल ने बताया कि एक अन्य हमले में एक ही परिवार के 15 सदस्य मारे गए.


