score Card

धर्म बदला, बिस्तर तक पहुंची और फिर हिला डाली ईरान की हुकूमत! तेहरान में तबाही के पीछे निकली मोसाद की ‘हसीना’

ईरान की राजधानी तेहरान से एक हैरान कर देने वाला जासूसी मामला सामने आया है, जिसमें इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद की एक महिला एजेंट ने शिया इस्लाम कबूल कर देश के शीर्ष अधिकारियों तक पहुंच बना ली. 'कैथरीन पेरेज शेकेड' नाम की इस एजेंट ने अपनी खूबसूरती, चालाकी और रणनीति से अफसरों का भरोसा जीतकर खुफिया जानकारियां इकट्ठा कीं और ईरान की हुकूमत को झकझोर कर रख दिया.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

ईरान की राजधानी तेहरान से एक चौंकाने वाला जासूसी मामला सामने आया है, जिसने दुनिया भर की सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है. बताया जा रहा है कि इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद की एक महिला जासूस ने ईरान में 2 साल पहले पैठ बनाई, और शिया इस्लाम कुबूल कर देश के बड़े अधिकारियों के घरों तक पहुंच बना ली. उसकी पहचान है कैथरीन पेरेज शेकेड.

फ्रांसीसी मूल की इस महिला एजेंट ने अपने हुस्न, होशियारी और योजनाबद्ध जासूसी से ईरान की पूरी सुरक्षा व्यवस्था को झकझोर कर रख दिया है. अब जब उसका भांडा फूटा, तो ईरानी खुफिया एजेंसियां भी सकते में हैं कि आखिर कैसे एक महिला इतनी गहराई तक व्यवस्था में घुस गई.

कैसे बिछाया गया हुस्न का जाल?

कैथरीन ने खुद को धार्मिक जिज्ञासु बताकर शुरुआत की और फिर शिया इस्लाम को अपनाया. उसने अफसरों की पत्नियों से नजदीकियां बढ़ाईं, धार्मिक सभाओं में शामिल होती रही और धीरे-धीरे घरों में एक भरोसेमंद मेहमान बन गई. वहां से वह अफसरों के निजी जीवन, मीटिंग्स, और ठिकानों से जुड़ी गोपनीय जानकारी जुटाकर मोसाद तक पहुंचा रही थी.

बेडरूम तक पहुंची जानकारी

ईरानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कैथरीन की पहुंच अधिकारियों के बेडरूम तक हो गई थी. सुरक्षा एजेंसियां जहां मोबाइल फोन तक चेक करती हैं, वहां यह महिला एजेंट खुलकर तस्वीरें खींच रही थी और अफसरों की गतिविधियों की रिपोर्ट बना रही थी. यह सारी जानकारी सीधे इज़रायल भेजी जा रही थी.

अफसरों ने बदले ठिकाने , फिर भी हुए हमले

ईरान और इजरायल के बढ़ते तनाव के बीच जब अधिकारियों ने अपने ठिकाने बदले, तो उन्हें लगा अब वे सुरक्षित हैं. लेकिन मोसाद को इन नए ठिकानों की भी जानकारी थी. हमले एकदम सटीक जगहों पर हो रहे थे, जैसे किसी ने नक्शा बनाकर सौंपा हो. यही बात सबसे पहले ईरानी खुफिया एजेंसी को खटकी और जब जांच की गई, तो इस ‘मिस्ट्री वुमन’ का चेहरा सामने आया.

अब कहां है ‘मोसाद की हसीना’?

जांच में सामने आया चेहरा था. कैथरीन पेरेज शेकेड. लेकिन अब वह गायब है. ईरान की सुरक्षा एजेंसी ने देशभर में पोस्टर और फोटो लगवाए हैं, लेकिन न तो उसका कोई सुराग मिल रहा है और न ही कोई ठोस सबूत. आशंका है कि वह अब किसी और पहचान में किसी दूसरे देश में हो सकती है.

इजरायल का सबसे बड़ा जासूसी ऑपरेशन?

कई अंतरराष्ट्रीय रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह इज़रायल का सबसे चौंकाने वाला और साहसिक जासूसी ऑपरेशन हो सकता है. एक महिला एजेंट ने जिस तरह धर्म बदलकर देश के टॉप अधिकारियों तक पहुंच बनाई, वह सिर्फ जासूसी नहीं बल्कि मनोवैज्ञानिक रणनीति का उत्कृष्ट उदाहरण है.

आपको बता दें कि कैथरीन पेरेज शेकेड अब सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि उस खतरे की मिसाल बन चुकी है जो खुफिया एजेंसियों की आंखों से भी छिपा रह सकता है. इस घटना ने न सिर्फ ईरान की सुरक्षा व्यवस्था को झकझोरा है, बल्कि पूरे मध्य पूर्व की खुफिया रणनीति को नए सिरे से सोचने पर मजबूर कर दिया है.

calender
20 June 2025, 12:26 PM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag