रूस-यूक्रेन के बीच समझौता कराना आसान लेकिन...भारत पाकिस्तान सीजफायर पर क्या बोले ट्रंप?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी एशिया यात्रा से पहले कहा कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम सुनिश्चित किया और वैश्विक संघर्षों में भूमिका निभाई. उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध पर पुतिन से मिलने को तब तक टाला जब तक ठोस समझौता न हो. भारत ने उनके तेल आयात दावे का खंडन किया.

वॉशिंगटनः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी एशिया यात्रा से पहले एयर फ़ोर्स वन पर मीडिया से बातचीत में एक बार फिर दुनिया भर के संघर्षों को सुलझाने में अपनी भूमिका का श्रेय लिया. उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव को नियंत्रित करना रूस-यूक्रेन संघर्ष से भी अधिक चुनौतीपूर्ण था.
ट्रंप ने जोर देकर कहा कि मैंने युद्धविराम करवाया और भी समझौते हैं. अगर आप भारत और पाकिस्तान को देखें, तो मुझे लगता है कि ये रूस-यूक्रेन की तुलना में कठिन थे, लेकिन मैं इसे सफल बना पाया.
ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने बार-बार दावा किया कि उन्होंने वाशिंगटन की मध्यस्थता के बाद परमाणु-सशस्त्र पड़ोसी भारत और पाकिस्तान के बीच पूर्ण और तत्काल युद्धविराम सुनिश्चित करने में मदद की. उन्होंने यह भी कहा कि टैरिफ़ की उनकी धमकियों ने कई वैश्विक संघर्षों को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. हालांकि, भारत सरकार ने ट्रंप के इस दावे को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि युद्धविराम का निर्णय दोनों देशों के बीच सीधी बातचीत से लिया गया और इसमें किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता शामिल नहीं थी.
रूसी तेल पर ट्रंप का जोर
ट्रंप ने यह भी दावा दोहराया कि भारत इस वर्ष के अंत तक रूस से तेल आयात बंद कर देगा. उन्होंने कहा कि भारत पूरी तरह से कटौती कर रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने मुझे आश्वासन दिया कि वे जल्द ही रूस से तेल नहीं खरीदेंगे. ट्रंप ने इस प्रक्रिया को कुछ समय लेने वाला बताया, लेकिन उनका कहना था कि यह जल्द ही पूरा हो जाएगा. भारत ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा कि तेल आयात पर किसी भी निर्णय में देश के उपभोक्ताओं के हित को प्राथमिकता दी जाएगी.
एशिया दौरे और आसियान शिखर सम्मेलन
अमेरिकी राष्ट्रपति इस समय तीन देशों की यात्रा पर हैं, जिसमें मलेशिया, जापान और दक्षिण कोरिया शामिल हैं. कुआलालंपुर में आयोजित आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच व्यापार युद्ध को बढ़ने से रोकने के लिए चर्चा होगी.
पुतिन से मुलाकात पर रुख
ट्रंप ने पुतिन से मिलने की योजना को तब तक स्थगित कर दिया है जब तक कि रूस और यूक्रेन के बीच कोई ठोस युद्धविराम समझौता नहीं हो जाता. ट्रंप ने कहा कि पुतिन ने अजरबैजान और आर्मेनिया सहित अन्य संघर्षों में उनकी शांति पहल की प्रशंसा की, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि वह अपना समय बर्बाद नहीं करेंगे.
उन्होंने कहा कि मुझे पता होना चाहिए कि हम समझौता करने जा रहे हैं. व्लादिमीर पुतिन के साथ मेरे हमेशा से अच्छे संबंध रहे हैं, लेकिन यह निराशाजनक रहा. अजरबैजान और आर्मेनिया में शांति स्थापित करना मुश्किल था और पुतिन ने मुझे फोन पर कहा कि वाह, यह तो कमाल हो गया.


