मैं अपना समय बर्बाद नहीं कर रहा...यूक्रेन समझौते तक पुतिन से कोई मुलाकात नहीं, ट्रंप का नया पैंतरा
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पुतिन से तब तक मिलने से इनकार किया जब तक यूक्रेन युद्ध समाप्ति का ठोस समझौता न हो. रूस ने हमले जारी रखे. जेलेंस्की ने अमेरिका और यूरोप से सैन्य सहायता मांगी, जबकि पश्चिमी देश रूस पर दबाव और ऊर्जा निर्यात पर प्रतिबंध बढ़ा रहे हैं.

वॉशिंगटनः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को स्पष्ट किया कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से तब तक नहीं मिलेंगे जब तक उन्हें यह विश्वास न हो कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध समाप्ति के लिए कोई ठोस समझौता हुआ है. यह युद्ध फरवरी 2025 में अपने पांचवें वर्ष में प्रवेश कर चुका है.
पहले यह योजना बनाई गई थी कि ट्रंप बुडापेस्ट में पुतिन से मिलेंगे और यूक्रेन में शांति समझौते पर चर्चा करेंगे, लेकिन यह बैठक कभी सम्पन्न नहीं हो पाई. एयरफोर्स वन में एशिया की ओर यात्रा के दौरान पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप ने कहा कि मुझे पता होना चाहिए कि हम समझौता करने जा रहे हैं. मैं अपना समय बर्बाद नहीं करूंगा.
ट्रंप ने यह भी कहा कि उनके और पुतिन के संबंध हमेशा अच्छे रहे हैं, लेकिन स्थिति निराशाजनक रही है. ट्रंप और पुतिन की पिछली मुलाकात 15 अगस्त को अलास्का में हुई थी, और दोनों पक्षों ने इसे यूक्रेन के साथ युद्ध समाप्ति की दिशा में महत्वपूर्ण बताया था.
यूक्रेन पर रूसी हमले जारी
युद्ध अभी समाप्त होने के संकेत नहीं दिखा रहा है. शनिवार रात को यूक्रेन पर रूसी मिसाइल और ड्रोन हमले में कम से कम चार लोग मारे गए और 20 घायल हुए.
कीवः राजधानी कीव में तड़के हुए बैलिस्टिक मिसाइल हमले में दो लोग मारे गए और 13 घायल हुए.
द्निप्रोपेत्रोव्स्क: कार्यवाहक गवर्नर व्लादिस्लाव हैवानेंको ने बताया कि क्षेत्र में दो लोग मारे गए और सात घायल हुए. इन हमलों में अपार्टमेंट और निजी घरों को भी नुकसान पहुँचा.
यूक्रेन की सुरक्षा बढ़ाने के प्रयास
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने शुक्रवार को अमेरिका से रूसी तेल पर प्रतिबंध बढ़ाने और लंबी दूरी की मिसाइलें प्रदान करने का आग्रह किया. जेलेंस्की लंदन में दो दर्जन यूरोपीय नेताओं से मिले, जिन्होंने युद्ध विराम और भविष्य में रूसी आक्रमण से बचाव के लिए सैन्य सहायता देने का आश्वासन दिया. रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने स्पष्ट किया कि रूस तत्काल युद्धविराम का विरोध करता है.
पश्चिम का दबाव
ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर द्वारा आयोजित बैठक का उद्देश्य पुतिन पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ाना और रूस के तेल और गैस निर्यात आय पर प्रतिबंधों के नए दौर को तेज करना था. इसका मकसद रूस की सैन्य क्षमताओं को कमजोर करना और युद्ध विराम की दिशा में कदम बढ़ाना है.


