इस देश में लेस अंडरवियर पहनने पर पाबंदी, खरीद और बिक्री पर भी रोक, जानें इसके पीछे की वजह और विवाद
अंडरवियर हर किसी के रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा होती है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि एक देश में इस पर बैन लगा हुआ है. इस देश में लोगों को लेस अंडरवियर पहनने पर पाबंदी लगी हुई है. यह कानून वहां की सरकार ने 2011 में लागू किया था. तो चलिए इसके पीछे की वजह जानते हैं.

अंडरवियर एक ऐसी चीज है जो हर व्यक्ति की रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा होती है. लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि किसी देश में इस पर बैन हो? जी हां, रूस में खास तौर पर लेस अंडरवियर पहनने पर पाबंदी लगी हुई है. यह कानून वहां की सरकार ने 2011 में लागू किया था, और अब भी यह पाबंदी जारी है. आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह और इसके सामाजिक और स्वास्थ्य से जुड़े पहलुओं के बारे में.
रूस में अंडरवियर पर बैन की शुरुआत
रूस में महिलाओं द्वारा लेस अंडरवियर पहनने पर कानूनी तौर पर पाबंदी है.यह बैन केवल रूस तक ही सीमित नहीं है, बल्कि कजाकिस्तान, बेलारूस और अल्मटी जैसे देशों में भी इस प्रकार के अंडरवियर पर पाबंदी है.2011 में बनाए गए इस कानून के अनुसार, यहां के बाजार में लेस अंडरवियर का उत्पादन, आयात और बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी.
क्यों लगा है यह बैन?
रूस सरकार का कहना है कि यह बैन त्वचा संबंधी बीमारियों को रोकने के उद्देश्य से लगाया गया है.लेस अंडरवियर ज्यादातर सिंथेटिक कपड़ों से बनाए जाते हैं, जो नमी को सही तरीके से अवशोषित नहीं कर पाते हैं.इसके परिणामस्वरूप, त्वचा में जलन, रैशेस और अन्य त्वचा संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.यह स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया कदम था, ताकि महिलाएं इन समस्याओं से बच सकें.
कानूनी विवाद और आंदोलन
इस पाबंदी को लेकर रूस में कई बार विरोध प्रदर्शन हुए हैं.महिलाएं इस बैन को अपने व्यक्तिगत अधिकारों का उल्लंघन मानती हैं, और सरकार के खिलाफ कई आंदोलनों का आयोजन किया गया.बावजूद इसके, सरकार ने इसे सुरक्षा के कारण जारी रखा है, और इस पर कोई बदलाव नहीं किया गया है.
लेस अंडरवियर के आयात और बिक्री पर रोक
रूस में लेस अंडरवियर का आयात, उत्पादन और बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित है.सरकार का मानना है कि यह कदम त्वचा संबंधी बीमारियों को रोकने के लिए जरूरी है.हालांकि, इस बैन के बावजूद, महिलाएं अपनी पसंद के मुताबिक अन्य प्रकार के अंडरवियर पहनने में पूरी तरह से स्वतंत्र हैं, जो स्वास्थ्य के लिहाज से सुरक्षित माने जाते हैं.


