हम भारत के दो सबसे बड़े भगोड़े...कुछ ही दिनों में घुटनों पर आए ललित मोदी, मांगी माफी; जानें क्या बोले
ललित मोदी ने विजय माल्या के साथ वायरल वीडियो के बाद “दो सबसे बड़े भगोड़े” बयान पर दबाव में आकर एक्स पर माफी मांगी. विदेश मंत्रालय के कड़े रुख और सरकार की सख्ती के बीच यह कदम सार्वजनिक दबाव का परिणाम माना जा रहा है.

नई दिल्लीः कुछ दिन पहले भगोड़े विजय माल्या के साथ विदेशी सरजमीं पर जश्न मनाते नजर आए ललित मोदी का रुख अचानक बदल गया है. खुद को ‘भारत के दो सबसे बड़े भगोड़े’ बताकर तंज कसने वाले ललित मोदी अब सरकार से माफी मांगते दिखाई दे रहे हैं. सरकार की सख्ती और बढ़ते दबाव के बाद ललित मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर सार्वजनिक रूप से खेद जताया और अपने बयान को गलत संदर्भ में पेश किए जाने की बात कही.
एक्स पोस्ट में मांगी माफी
ललित मोदी ने अपने पोस्ट में लिखा कि यदि उनके किसी बयान से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो वह उसके लिए माफी मांगते हैं. उन्होंने विशेष रूप से भारत सरकार के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी मंशा किसी को ठेस पहुंचाने की नहीं थी. ललित मोदी के मुताबिक, उनके शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया और जिस अंदाज़ में बात सामने आई, वह उनके इरादों को नहीं दर्शाती. पोस्ट के अंत में उन्होंने दोबारा दिल से माफी मांगी.
I apologise if I have hurt anyone feelings especially the Indian Government who I have the highest respect and regard for. The statement was misconstrued and was never intended to be as played out. Once again my deepest apologies
— Lalit Kumar Modi (@LalitKModi) December 29, 2025
वायरल वीडियो से मचा था बवाल
असल में पूरा विवाद उस वीडियो के बाद खड़ा हुआ, जो कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ. यह वीडियो विजय माल्या के जन्मदिन की पार्टी का था, जिसमें ललित मोदी भी मौजूद थे. खास बात यह रही कि इस वीडियो को खुद ललित मोदी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर साझा किया था. वीडियो में दोनों हंसते-मुस्कुराते दिख रहे थे और उसी दौरान ललित मोदी ने खुद और माल्या को लेकर विवादित टिप्पणी की.
‘दो सबसे बड़े भगोड़े’ वाला बयान
वीडियो में ललित मोदी हंसते हुए कहते सुनाई दिए, “हम दो भगोड़े हैं… भारत के सबसे बड़े भगोड़े.” यही नहीं, उन्होंने पोस्ट के कैप्शन में भी तीखा तंज कसते हुए लिखा कि वह इंटरनेट पर फिर से हलचल मचाने जा रहे हैं और लोगों से ‘जलन’ जताने जैसी बातें कहीं. इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आईं और सरकार की ओर से भी इसे गंभीरता से लिया गया.
सरकार की सख्ती
इस पूरे घटनाक्रम के बीच विदेश मंत्रालय की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी यह मुद्दा उठा. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल से सवाल किया गया कि विजय माल्या और ललित मोदी जैसे भगोड़ों को भारत वापस लाने के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है. इस पर प्रवक्ता ने साफ कहा कि भारत सरकार कानून से भागे लोगों को वापस लाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इस दिशा में कई देशों के साथ बातचीत जारी है.
सरकार का स्पष्ट संदेश
विदेश मंत्रालय की ओर से यह भी कहा गया कि भारत अपने कानून से फरार किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ेगा. सरकार हर संभव प्रयास कर रही है ताकि ऐसे लोग भारत लौटें और कानून के तहत कार्रवाई का सामना करें. इस बयान के बाद माना जा रहा है कि ललित मोदी पर दबाव और बढ़ा, जिसके चलते उन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी मांगने का कदम उठाया.
आगे क्या होगा?
अब सवाल यह है कि ललित मोदी की माफी के बाद सरकार का अगला कदम क्या होगा. क्या यह सिर्फ बयानबाजी तक सीमित रहेगा या भगोड़ों को वापस लाने की प्रक्रिया और तेज होगी. यह आने वाले समय में साफ होगा. फिलहाल, यह पूरा घटनाक्रम बताता है कि सरकार की सख्ती और सार्वजनिक दबाव का असर आखिरकार दिखने लगा है.


