म्यांमार के मोगोक शहर में सैन्य हवाई हमला, गर्भवती महिला सहित कम से कम 21 नागरिकों की मौत
म्यांमार के मोगोक में सेना के भीषण हवाई हमले में 21 नागरिक मारे गए, जिनमें एक गर्भवती महिला भी शामिल है. गुरुवार रात हुए इस हमले में एक बौद्ध मठ निशाना बना, जिसमें 16 महिलाएं मारी गईं. टीएनएलए के अनुसार, 15 घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.

Myanmar Airstrike: म्यांमार की सेना द्वारा किए गए भीषण हवाई हमले में देश के प्रसिद्ध रत्न-खनन शहर मोगोक में कम से कम 21 नागरिकों की जान चली गई, जिनमें एक गर्भवती महिला भी शामिल है. यह हमला गुरुवार रात को हुआ और शनिवार, 16 अगस्त 2025 को स्थानीय निवासियों, विपक्षी गुटों और मीडिया ने इसकी पुष्टि की. यह घटना म्यांमार में चल रही युद्ध के बीच नागरिकों पर बढ़ते हमलों का ताजा उदाहरण है. सेना ने फरवरी 2021 में सत्ता पर कब्जा करने के बाद से देशभर में सैन्य अभियान तेज कर दिए हैं, जिसका उद्देश्य प्रतिरोधी ताकतों से नियंत्रण वाले क्षेत्रों को पुनः प्राप्त करना है.
टीएनएलए का दावा और हमला में मारे गए लोग
तांग नेशनल लिबरेशन आर्मी (TNLA) के प्रवक्ता लवे याय ऊ के अनुसार, यह हमला रात 8:30 बजे मोगोक टाउनशिप के श्वेगु वार्ड में हुआ, जो मांडले से लगभग 115 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित है. जिसमे लगभग 21 नागरिक मारे गए. सात अन्य घायल हुए. घरों और बौद्ध मठों की इमारतों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. टीएनएलए ने शुक्रवार रात टेलीग्राम पर जारी बयान में कहा कि सेना ने जानबूझकर एक बौद्ध मठ को निशाना बनाया, मारे गए लोगों में 16 महिलाएं भी थीं. इसके अलावा, एक लड़ाकू जेट से बम गिराने के कारण 15 घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.
मृतकों की संख्या और स्थानीय लोगों का दावा
मोगोक के दो निवासियों ने मीडिया को बताया कि मृतकों की संख्या 30 तक पहुंच सकती है, लेकिन सेना के डर से उन्होंने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बयान दिया. उनका कहना है कि हमला जिस घर पर हुआ, वहां एक गर्भवती महिला के साथ कई और भी लोग मौजूद थे, जिससे हताहतों की संख्या अधिक हो सकती है. मीडिया ने हमले के बाद के मलबे और तबाही की तस्वीरें और वीडियो सार्वजनिक किए हैं. हालांकि म्यांमार सेना ने इस घटना पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है.
सेना का दावा
म्यांमार सेना ने पहले ही कह चुकी है कि वह केवल उन स्थानों पर हमले करती है जो 'वैध सैन्य लक्ष्य' होते हैं. साथ ही, सेना प्रतिरोधी गुटों को आतंकवादी संगठन कहकर बुलाती है. फरवरी 2021 में जब सेना ने आंग सान सू की की लोकतांत्रिक सरकार को हटाकर सत्ता अपने हाथ में ली थी, तब से देशभर में अशांति फैली हुई है. पहले शांतिपूर्ण प्रदर्शन किए गए, लेकिन सेना की हिंसात्मक कार्रवाई के बाद कई नागरिकों ने हथियार उठा लिए.
टीएनएलए के इलाकों में लगातार हो रहे हमले
टीएनएलए के अनुसार, अगस्त के पहले दो हफ्तों में उनके नियंत्रण वाले इलाकों में हवाई हमलों में दो बौद्ध भिक्षुओं सहित 17 लोग मारे गए और 20 घायल हुए. यह साफ दिखाता है कि सेना ने अपनी हवाई कार्रवाइयों को तेज कर दिया है.
सागाइंग में हुआ हवाई हमला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले सोमवार को मध्य म्यांमार के सागाइंग क्षेत्र में भीषण लड़ाई के बीच ट्रकों के काफिले पर हवाई हमला किया गया, जिसमें लगभग 16 लोग मारे गए थे. जिनमें से अधिकांश ट्रक चालक थे. स्वतंत्र विश्लेषकों और विपक्षी गुटों का अनुमान है कि अब म्यांमार की सेना देश के केवल आधे से भी कम हिस्से पर नियंत्रण रख पा रही है.


