21वीं सदी में भी चलता है राजशाही शासन, ये हैं दुनिया के वो 5 देश जहां राजा की बात सुनती है प्रजा
आज 21वीं सदी में जब दुनिया लोकतंत्र और गणतंत्र की राह पर तेजी से बढ़ रही है कुछ देश ऐसे भी हैं जहां राजा-रानी का शासन आज भी कायम है. इन देशों के शाही परिवार, उनके भव्य महल और सदियों पुरानी परंपराएं न सिर्फ सत्ता का प्रतीक हैं, बल्कि एक जीवंत सांस्कृतिक धरोहर के रूप में भी चमकते हैं. जो इतिहास और आधुनिकता का अनूठा संगम पेश करते हैं.

Royalty in Modern Era: जब दुनिया के अधिकतर देश लोकतंत्र और गणतंत्र की राह पर आगे बढ़ चुके हैं, तब भी कुछ राष्ट्र ऐसे हैं जहां आज भी राजशाही का डंका बजता है. कुछ देशों में राजा या सम्राट ही सर्वोच्च सत्ता के रूप में शासन करते हैं वहीं कुछ राष्ट्रों में ये शाही हस्तियां केवल सांस्कृतिक और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बनकर रह गई हैं. बावजूद इसके, इनकी मौजूदगी आज भी लाखों लोगों के लिए आकर्षण और परंपरा की पहचान है. भारत सहित कई देशों का इतिहास शाही विरासत से जुड़ा रहा है. जहां भारत ने आजादी के बाद लोकतंत्र अपनाया, वहीं दुनिया के कई कोनों में अब भी ताज और सिंहासन की परंपरा जीवित है. आइए जानते हैं उन 5 देशों के बारे में जहां आज भी राजशाही अपने गौरवशाली स्वरूप में मौजूद है.
ब्रुनेई
दक्षिण-पूर्व एशिया का छोटा लेकिन बेहद धनी देश ब्रुनेई आज भी पूर्ण रूप से राजतंत्र पर आधारित है. यहां के सुल्तान हसनल बोलकिया न केवल देश की कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका के प्रमुख हैं, बल्कि वे दुनिया के सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले सम्राटों में से एक माने जाते हैं. सुल्तान की संपत्ति और भव्य जीवनशैली दुनिया भर में चर्चित है.
एस्वातिनी
पूर्व में स्वाजीलैंड के नाम से जाना जाने वाला एस्वातिनी अफ्रीका का एकमात्र ऐसा देश है जहां अब भी राजा के पास पूर्ण सत्ता है. राजा एम्सवाती तृतीय संसद को भंग करने, मंत्रिमंडल नियुक्त करने और न्यायपालिका में हस्तक्षेप करने की शक्ति रखते हैं. यहां लोकतंत्र का ढांचा मौजूद जरूर है लेकिन वास्तविक शक्ति केवल शाही सिंहासन पर केंद्रित है.
डेनमार्क
डेनमार्क यूरोप का एक ऐसा देश है जहां आधुनिक लोकतंत्र के साथ-साथ शाही परंपरा भी जीवंत है. जनवरी 2024 में महारानी मार्ग्रेट द्वितीय ने सिंहासन छोड़ा और उनके पुत्र फ्रेडरिक X ने राजगद्दी संभाली. हालांकि शाही परिवार के पास कोई राजनीतिक अधिकार नहीं हैं लेकिन वे अब भी राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक पहचान का गौरवशाली प्रतीक बने हुए हैं.
भूटान
भारत का पड़ोसी देश भूटान एक संवैधानिक राजतंत्र है जो अपनी "ग्रॉस नेशनल हैप्पीनेस" नीति के लिए दुनियाभर में जाना जाता है. यहां के राजा जिग्मे खेसर नाम्ग्येल वांगचुक विकास कार्यों और नीति निर्धारण में सक्रिय भूमिका निभाते हैं. जनता उन्हें श्रद्धा से 'ड्रैगन किंग' कहती है, और उनका शासन मॉडल आधुनिकता और परंपरा का अद्भुत मेल प्रस्तुत करता है.
जापान
जापान का शाही परिवार दुनिया का सबसे पुराना निरंतर शासन करने वाला वंश माना जाता है. वर्तमान सम्राट नरुहितो केवल सांकेतिक भूमिका निभाते हैं, उनके पास कोई राजनीतिक अधिकार नहीं हैं. इसके बावजूद, जापानी समाज में सम्राट को राष्ट्र की आत्मा और परंपरा का प्रतीक माना जाता है. उनका अस्तित्व जापानी एकता, संस्कृति और गौरव का प्रतिनिधित्व करता है.
भारत
भारत में भी एक समय पर सैकड़ों रियासतें हुआ करती थीं. जयपुर, जोधपुर, मैसूर, और ग्वालियर जैसे स्थान आज भी अपनी शाही विरासत के लिए पहचाने जाते हैं. 1947 में स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और संविधान लागू होने के साथ ही राजशाही की राजनीतिक शक्तियां समाप्त कर दी गईं. हालांकि कुछ राजघराने अब भी सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से प्रभावशाली बने हुए हैं.
राजशाही चाहे जितनी भी पुरानी परंपरा क्यों न हो, लेकिन यह आज भी कई देशों की पहचान, संस्कृति और गर्व से जुड़ी हुई है. चाहे वह पूर्ण सत्ता वाली हो या केवल सांकेतिक राजाओं और सम्राटों की मौजूदगी अब भी लोगों के मन में आदर और उत्सुकता का विषय बनी हुई है.


