मोसाद के खुलासे से यूरोप में मचा हड़कंप, इन देशों में अपना नेटवर्क बढ़ा रहा हमास...कमांड मिलते ही होगा बड़ा धमाका
मोसाद ने चेतावनी दी है कि हमास यूरोप में गुप्त सेल बनाकर हमले की क्षमता बढ़ा रहा है. जर्मनी-ऑस्ट्रिया में हथियार बरामद हुए, कई गिरफ्तारियां हुईं. कतर व तुर्की से समर्थन के संकेत मिले. यूरोप फंडिंग नेटवर्क पर भी कार्रवाई तेज कर रहा है.

नई दिल्लीः इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने एक गंभीर सुरक्षा चेतावनी जारी करते हुए दावा किया है कि हमास यूरोप के भीतर गुप्त कोशिकाओं का एक सक्रिय नेटवर्क तैयार कर रहा है. यह नेटवर्क जरूरत पड़ने पर किसी भी समय बड़े पैमाने पर हमले को अंजाम देने में सक्षम बताया जा रहा है. मोसाद के अनुसार यूरोपीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ साझा अभियान चलाने के दौरान हथियार बरामद किए गए, संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया और कई संभावित हमलों को समय रहते निरस्त कर दिया गया.
यूरोपीय देशों में संयुक्त अभियान
मोसाद द्वारा जारी सूचना के मुताबिक, जर्मनी और ऑस्ट्रिया जैसे देशों में किए गए संयुक्त ऑपरेशनों में बड़ी सफलता मिली. इन कार्रवाइयों के दौरान कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया और नागरिकों को निशाना बनाने के लिए तैयार किए गए हथियारों का विशाल भंडार जब्त किया गया. अधिकारियों के अनुसार, पिछले वर्ष सितंबर में वियना में सुरक्षा एजेंसियों ने एक महत्वपूर्ण छापा मारा. इस छापे में ऑस्ट्रिया की DSN सुरक्षा सेवा को भारी मात्रा में हथियार, हैंडगन और विस्फोटक सामग्री मिली.
जांच में यह सामग्री मोहम्मद नईम से जुड़ी पाई गई, जो हमास के राजनीतिक ब्यूरो के वरिष्ठ सदस्य बासेम नईम का पुत्र है. यह मामला यूरोप में हमास की गतिविधियों के संगठित और योजनाबद्ध होने के स्पष्ट संकेत देता है.
विदेशी नेतृत्व की भूमिका पर उठे सवाल
मोसाद का कहना है कि हमास का विदेश-आधारित नेतृत्व इन गुप्त गतिविधियों को चुपचाप समर्थन दे रहा है. उनके अनुसार यह पहला अवसर नहीं है जब संगठन के कतर स्थित नेतृत्व का आतंकवादी अभियानों को दिशा देने में नाम सामने आया हो. एजेंसी ने बताया कि पिछले सितंबर में कतर में बासेम नईम और उनके बेटे मोहम्मद नईम की मुलाकात हुई, जो यूरोप में हमास के नेटवर्क को औपचारिक समर्थन का संकेत देती है.
तुर्की और जर्मनी में सक्रिय तत्वों पर निगरानी
जांचकर्ताओं का ध्यान अब तुर्की में सक्रिय हमास समर्थक व्यक्तियों की ओर भी गया है. जर्मन प्रशासन ने नवंबर में बुरहान अल-खतीब को गिरफ्तार किया, जिसके बारे में अधिकारियों का कहना है कि वह तुर्की में लंबे समय से सक्रिय रहा है. मोसाद का दावा है कि हमास नेतृत्व द्वारा लगातार इनकार करना इस बात का संकेत हो सकता है कि शीर्ष नेता अपने स्थानीय गुर्गों पर नियंत्रण खो रहे हैं.
संस्थानों पर कार्रवाई
यूरोपीय खुफिया सेवाएं केवल सुरक्षा ऑपरेशनों तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि अब वे हमास के फंडिंग नेटवर्क, चैरिटी संगठनों और धार्मिक संस्थानों पर भी कार्रवाई कर रही हैं. जर्मनी में कई संस्थाओं पर छापेमारी की गई जिन्हें हमास को आर्थिक और वैचारिक सहायता देने वाला माना जाता है. एजेंसियों का मानना है कि ये संस्थान यूरोप में हमास की बुनियादी संरचना को मजबूती प्रदान करते हैं.
7 अक्टूबर के बाद गतिविधियों में तेजी
मोसाद ने बताया कि 7 अक्टूबर को इज़रायल पर हुए हमले के बाद हमास ने विदेशों में अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है. वह अब ईरान और उसके प्रॉक्सी संगठनों की तरह विदेशों में गुप्त ऑपरेशनल सेल और हमले की क्षमता बनाने की दिशा में काम कर रहा है.
एजेंसी ने कहा है कि वह दुनिया भर में हमास से जुड़ी दर्जनों साजिशों को रोकने के प्रयास में जुटी हुई है, जिससे वैश्विक स्तर पर इजरायली और यहूदी समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.


