NASA ने किया खुलासा, इस दिन धरती पर लौटेंगे सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर, जानें क्या है प्लानिंग
विलियम्स और विल्मोर को बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान पर सवार होकर अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ले जाया गया. यह एक परीक्षण उड़ान थी. इसका उद्देश्य यह देखना था कि नियमित उपयोग से पहले नया अंतरिक्ष यान कैसा प्रदर्शन करता है.

इंटरनेशनल न्यूज. सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर पृथ्वी पर लौटेंगे: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की पृथ्वी पर वापसी की तारीख की घोषणा कर दी है. नासा के अधिकारियों के अनुसार, ये दोनों अंतरिक्ष यात्री 16 मार्च को पृथ्वी पर लौटेंगे. नासा ने स्पेसएक्स ड्रैगन की वापसी के लिए बचाव दल के प्रक्षेपण को मंजूरी दे दी है. ये दोनों अंतरिक्ष यात्री 5 जून 2024 को बोइंग स्टारलाइनर विमान से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए उड़ान भरेंगे. लेकिन अंतरिक्ष यान में तकनीकी खराबी के कारण वह वापस नहीं आ सके. ये दोनों अंतरिक्ष यात्री वहीं फंसे हुए हैं.
स्टारलाइनर की समस्याएं
स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान पिछले वर्ष सितम्बर में कई समस्याओं का सामना करने के बाद चालक दल के बिना पृथ्वी पर लौट आया था. हालाँकि, कुछ सप्ताह बाद, नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग और रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोर्बुनोव को स्पेसएक्स क्रू-9 पर भेजा गया. उनके ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर दो सीटें फंसे हुए अंतरिक्ष यात्रियों के लिए आरक्षित थीं. इन चारों अंतरिक्ष यात्रियों को फरवरी में लौटना था, लेकिन अब चारों एक साथ 16 मार्च को लौटेंगे.
इसकी तैयारी अभी की जा रही है
नासा के आई.एस.एस. कार्यक्रम प्रबंधक डाना वीगेल ने कहा कि चूंकि क्रू-9 दो अंतरिक्ष यात्रियों के साथ प्रक्षेपित किया जा रहा था, इसलिए इस लम्बे मिशन में विलियम्स और विल्मोर को शामिल करना उचित था. दूसरी ओर, क्रू-10 को नासा के अंतरिक्ष यात्री ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, जेएक्सए के ताकुया ओनिशी और रोस्कोस्मोस के किरिल पेस्कोव के साथ 12 मार्च को कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया जाएगा. क्रू-10 को शुरू में एक नए क्रू ड्रैगन में नियुक्त किया गया था, लेकिन नए अंतरिक्ष यान के निर्माण में देरी के कारण अब वह एंड्योरेंस कैप्सूल पर उड़ान भरेगा.
सुनीता विलियम्स कौन हैं?
सुनीता पिछले वर्ष 5 जून से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर हैं. इसके साथ ही वह सबसे लंबे समय तक लगातार अंतरिक्ष में रहने वाली पहली महिला बन गई हैं. सुनीता विलियम्स तीसरी बार अंतरिक्ष यात्रा पर गयी हैं. इन तीन यात्राओं में उन्होंने नौ बार अंतरिक्ष में चहलकदमी की. सुनीता ने 2006-07 में अपनी पहली अंतरिक्ष उड़ान के दौरान 29 घंटे और 17 मिनट का अंतरिक्ष भ्रमण पूरा करके एक रिकार्ड बनाया था. यह किसी भी महिला द्वारा किया गया अब तक का सबसे लम्बा अन्तरिक्ष-चहलकदमी था. वह चार बार अंतरिक्ष में गयीं. इससे पहले यह उपलब्धि कैथरीन थॉर्नटन नामक अंतरिक्ष यात्री ने हासिल की थी. उन्होंने 21 घंटे से अधिक समय तक अंतरिक्ष में चहलकदमी की. सुनीता विलियम्स एक सेवानिवृत्त हेलीकॉप्टर पायलट हैं. वह अमेरिकी नौसेना में सेवा कर चुके हैं.


