नेपाल सरकार अलर्ट मोड पर, गृह मंत्री ने आंदोलनकारियों से की बातचीत की अपील
नेपाल के गृह मंत्री ओम प्रकाश आर्यल ने नागरिकों और विभिन्न संगठनों से शांति बनाए रखने और विरोध प्रदर्शनों के बजाय सरकार से संवाद करने की अपील की है.

नेपाल में आगामी 5 मार्च को होने वाले आम चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है. सरकार को आशंका है कि विपक्षी और असंतुष्ट समूह सड़कों पर उतर सकते हैं. इसी बीच नेपाल के गृह मंत्री ओम प्रकाश आर्यल ने नागरिकों और विभिन्न संगठनों से शांति बनाए रखने और विरोध प्रदर्शनों के बजाय सरकार से संवाद करने की अपील की है.
नेपाल में शांति पर क्या बोले ओम प्रकाश आर्यल?
शनिवार को आयोजित एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक के बाद गृह मंत्री ओम प्रकाश आर्यल ने कहा कि सरकार बातचीत के लिए हर समय तैयार है. उन्होंने कहा कि अगर किसी को कोई शिकायत या मांग है तो उसे हिंसा या सड़क पर उतरने की बजाय बातचीत के ज़रिए हल किया जाना चाहिए. यह बैठक कार्यवाहक प्रधानमंत्री सुशीला कार्की के आवास ‘बलुवतार’ में हुई, जिसमें सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. बैठक में आगामी चुनावों की सुरक्षा, कानून-व्यवस्था और संभावित विरोध प्रदर्शनों को लेकर गहन चर्चा की गई.
गृह मंत्री आर्यल ने कहा कि सरकार का उद्देश्य देश में शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखना है ताकि आम चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष ढंग से हो सकें. उन्होंने यह भी बताया कि मंत्रालय ने सभी राजनीतिक दलों और आंदोलनकारी संगठनों से आग्रह किया है कि वे सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को नुकसान न पहुंचाएं.
गृह मंत्रालय की अपील
आर्यल ने कहा कि अपने अधिकारों की बात करते समय दूसरों के अधिकारों का सम्मान करना भी ज़रूरी है. हिंसा या तोड़फोड़ से लोकतंत्र को मज़बूती नहीं मिलती, बल्कि यह देश को अस्थिर करता है. गृह मंत्रालय ने आम नागरिकों को भी सोशल मीडिया पर घोषित रैलियों और प्रदर्शनों में शामिल न होने की सलाह दी है. मंत्रालय का कहना है कि ऐसे कार्यक्रमों में असामाजिक और अस्थिरता फैलाने वाले तत्व घुसपैठ कर सकते हैं, जिससे शांति व्यवस्था भंग हो सकती है.
पिछले कुछ हफ्तों में नेपाल के कई हिस्सों में विभिन्न समूहों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए गए हैं. कुछ संगठन नए चुनावी कानूनों, आर्थिक नीतियों और प्रांतीय सीमाओं से जुड़े मुद्दों पर सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं.
सरकार ने साफ किया है कि वह सभी वैध मांगों पर संवाद के माध्यम से समाधान चाहती है और किसी भी प्रकार की हिंसा या अराजकता को सख्ती से रोका जाएगा. गृह मंत्री ने दोहराया कि सरकार चुनाव से पहले देश में सामान्य स्थिति बहाल करने और मतदाताओं के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है.


