Nepal Protest: नेपाल Gen Z प्रोटेस्ट में मौत का आंकड़ा पहुंचा 30, सुशीला कार्की संभालेंगी अंतरिम सरकार की कमान?
नेपाल में Gen Z प्रोटेस्ट की आग थमने का नाम नहीं ले रही है. 8 सितंबर को भड़के प्रदर्शनों में अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि हजार से ज्यादा घायल हैं. इस बीच, पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुषिला कार्की युवाओं की पहली पसंद बनकर अंतरिम सरकार की बागडोर संभालने को तैयार दिख रही हैं.

Nepal Protest: नेपाल में जारी Gen Z प्रोटेस्ट थमने का नाम नहीं ले रहा है. 8 सितंबर को भड़के हिंसक प्रदर्शनों में मरने वालों की संख्या 30 तक पहुंच गई है, जबकि 1,000 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं. राजधानी काठमांडू सहित कई हिस्सों में सरकारी इमारतों को आग के हवाले किया गया, जेलों पर धावा बोला गया और सुरक्षाबलों से झड़पें हुईं. हालात पर काबू पाने के लिए सेना को कर्फ्यू लागू करना पड़ा.
इस बीच, नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुषिला कार्की को Gen Z आंदोलनकारियों ने अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में चुना है. 72 वर्षीय कार्की को उनकी ईमानदारी और भ्रष्टाचार विरोधी छवि के चलते युवाओं का भरोसा हासिल हुआ है. उन्होंने कहा कि वे देश को संक्रमणकाल से निकालने के लिए तैयार हैं.
सुषिला कार्की पर युवाओं का भरोसा
नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश रही सुषिला कार्की ने 2016 में न्यायपालिका की कमान संभाली थी. वे 2006 में हुए संविधान निर्माण में भी अहम भूमिका निभा चुकी हैं. कार्की ने कहा, "युवाओं ने मुझ पर भरोसा जताया है, मैं पूरी निष्ठा के साथ इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार हूं."
काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह, जिन्हें एक और संभावित उम्मीदवार माना जा रहा था, ने फेसबुक पोस्ट के जरिए कार्की का समर्थन किया. उन्होंने खुद अंतरिम नेतृत्व संभालने से इनकार किया और राष्ट्रपति से संसद भंग करने की अपील की. शाह ने साफ किया कि वे केवल चुनाव के माध्यम से ही सत्ता संभालेंगे.
काठमांडू में सेना का कर्फ्यू और सुरक्षाबलों की सख्ती
राजधानी काठमांडू की सड़कों पर सेना तैनात है और कर्फ्यू लागू किया गया है. सुरक्षाबलों ने चेतावनी दी है कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. संसद भवन सिंह दरबार, सुप्रीम कोर्ट और कई मंत्रियों के घरों पर प्रदर्शनकारियों ने धावा बोला.
हवाई सेवाएं बहाल
लगभग 24 घंटे बंद रहने के बाद काठमांडू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ानें फिर से शुरू हो गईं. एयर इंडिया की फ्लाइट ने सबसे पहले लैंडिंग की और नेपाल एयरलाइंस ने पहला आउटबाउंड फ्लाइट ऑपरेट किया. भारत सरकार ने एयर इंडिया और इंडिगो को दिल्ली-काठमांडू के बीच अतिरिक्त उड़ानें चलाने के निर्देश दिए हैं ताकि फंसे भारतीयों को निकाला जा सके.
जेलों से 7000 कैदी फरार
प्रदर्शनों के दौरान जेलों पर हमले हुए और सुरक्षाबलों से झड़प में कम से कम पांच नाबालिग कैदियों की मौत हो गई. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, देशभर की जेलों से 7,000 से ज्यादा कैदी भाग निकले हैं.
वैश्विक प्रतिक्रिया और नेपाल का राजघराना
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीन और कई अन्य देशों ने संयम बरतने और स्थिरता बनाए रखने की अपील की है. नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह ने युवाओं के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का समर्थन किया लेकिन हिंसा और रक्तपात की निंदा की.


