गांजा तस्करी में गिरफ्तार हुआ राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी का भाई, कुछ दिन पहले बहनोई भी हो चुका है गिरफ्तार
मध्य प्रदेश के सतना में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मंत्री प्रतिमा बागरी के भाई अनिल बागरी को 46 किलो से अधिक गांजा तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया. उनके बहनोई शैलेंद्र सिंह पहले ही यूपी पुलिस द्वारा पकड़ा जा चुका है.

सतना : मध्य प्रदेश के सतना जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसने प्रदेश की राजनीति को हिलाकर रख दिया है. नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के सगे भाई अनिल बागरी को पुलिस ने भारी मात्रा में गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है. इस कार्रवाई ने सरकार के नशा विरोधी अभियानों पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं.
46 किलो से अधिक गांजा जब्त
पहले बहनोई पकड़ा गया, अब भाई भी गिरफ्तार
गिरफ्तार पंकज सिंह से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ. उसने स्वीकार किया कि गांजा अनिल बागरी तथा उसके जीजा शैलेंद्र सिंह का है. इसके बाद पुलिस ने सोमवार को मंत्री के भाई अनिल बागरी को गिरफ्तार कर लिया. जांच से पता चला है कि यह अवैध तस्करी नेटवर्क शैलेंद्र सिंह चलाता था, जिसे 3 दिसंबर को यूपी के बांदा में गांजा तस्करी के मामले में पकड़ा गया था. फिलहाल वह बांदा जेल में बंद है.
अदालत ने आरोपियों को भेजा जेल
पुलिस ने सोमवार को अनिल बागरी और पंकज सिंह को विशेष एनडीपीएस अदालत में पेश किया, जहां न्यायाधीश शशिकांत वर्मा ने मामले की गंभीरता देखते हुए उन्हें 19 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया. तीनों आरोपियों अनिल, पंकज और शैलेंद्र के खिलाफ धारा 8/20 एवं 29 एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
शैलेंद्र सिंह का लंबा आपराधिक इतिहास फिर उजागर
जांच में सामने आया कि शैलेंद्र सिंह पहले भी नशीले पदार्थों की तस्करी में पकड़ा जा चुका है. सतना के सिंहपुर थाने ने इसे कभी नशीली कफ सिरप के बड़े नेटवर्क के साथ गिरफ्तार किया था, जिसमें लगभग साढ़े 5 करोड़ के ट्रांजेक्शन सामने आए थे. अब साले की गिरफ्तारी ने पूरे नेटवर्क की फिर से पोल खोल दी है.
सरकार पर उठाए गंभीर सवाल
रैगांव की पूर्व विधायक कल्पना वर्मा ने मंत्री प्रतिमा बागरी पर सीधा निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार नशा विरोधी अभियान चलाकर जनता के बीच वाहवाही लूट रही है, जबकि दूसरी ओर मंत्री के रिश्तेदार खुलेआम नशे का अवैध कारोबार कर रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि ऐसे अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और इस पूरे सिंडिकेट को तत्काल खत्म कराया जाए.


