Nobel Peace Prize 2025: ट्रंप को नहीं मिला शांति पुरस्कार, सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़, मचाडो बनीं ‘आयरन लेडी’
Nobel Peace Prize 2025: डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिला और तब से एक्स पर उनकी निराशा भरी तस्वीरें वायरल हो रही हैं. लोग मजेदार कैप्शन्स के साथ उनकी इस हार का खूब मजाक उड़ा रहे हैं.

Nobel Peace Prize 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक बार फिर नोबेल शांति पुरस्कार 2025 नहीं मिल पाया. इस वर्ष का पुरस्कार वेनेजुएला की प्रमुख विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को दिया गया है जो लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करती रही हैं और इस समय छिपकर जीवन बिता रही हैं. हालांकि पुरस्कार की घोषणा के तुरंत बाद ही ट्रंप की प्रतिक्रिया को लेकर सोशल मीडिया पर मीम्स और मजाकिया पोस्ट्स की बाढ़ आ गई. X पर ट्रंप की एडिट की गई तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गए, जिनमें उन्हें नाराज, निराश या गुस्से में दिखाया गया.
ट्रंप की नाराजगीऔर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
नोबेल पुरस्कार से वंचित ट्रंप की निराशा को लेकर इंटरनेट यूजर्स ने कोई मौका नहीं छोड़ा. एक ओर जहां मचाडो को वेनेजुएला की आयरन लेडी कहा गया, वहीं दूसरी ओर ट्रंप पर बने मीम्स ने सोशल मीडिया यूजर्स को खूब हंसाया. ट्रंप की झुंझलाहट भरी तस्वीरों को मीम्स में बदला गया और कैप्शन में लिखा गया, जब नोबेल फिर से छूट गया. कुछ वीडियो में लोगों को जश्न मनाते दिखाया गया, मानो ट्रंप का हारना ही कोई जीत हो.
*Nobel Peace Prize awarded to Maria Corina Machado*
Donald Trump right now : pic.twitter.com/s9HjoN8V0V— Aditya (@adityacasm_) October 10, 2025
मचाडो बनीं नोबेल विजेता
मारिया कोरिना मचाडो जिन्हें लोकतंत्र की प्रहरी के रूप में जाना जाता है. इस साल के नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा गया. मचाडो पहले ही मैगजीन की 100 सबसे प्रभावशाली हस्तियों की सूची में अपना नाम दर्ज करा चुकी हैं. उनका यह सम्मान वेनेजुएला में लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष को मान्यता देता है.
ट्रंप के शांति प्रयासों पर उठा सवाल
ट्रंप ने पुरस्कार से पहले खुलकर नोबेल शांति पुरस्कार के लिए प्रचार किया था. उन्होंने दावा किया था कि उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय संघर्षों को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई, जैसे कि इजराइल-हमास, आर्मेनिया-अजरबैजान, थाईलैंड-कंबोडिया, और भारत-पाकिस्तान. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने कांगो-रवांडा, मिस्र-इथियोपिया, और सर्बिया-कोसोवो के बीच तनाव को भी शांत करने में भूमिका निभाई थी. लेकिन इन दावों पर विशेषज्ञों ने संदेह जताया और ट्रंप की कथित भूमिका की सत्यता पर सवाल खड़े किए.
#NobelPeacePrize #Trump
— Neha (@nneha04) October 10, 2025
Trump didn't get the Nobel Peace Prize.
Le Everyone: pic.twitter.com/PwaFtEEQWN
ट्रंप का दावा
ट्रंप पहले भी कई बार कह चुके हैं कि उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए. इस बार भी उन्होंने पुरस्कार की घोषणा से पहले कहा था कि मैंने जो शांति कार्य किए हैं वह किसी और ने नहीं किए. मुझे यह पुरस्कार चार-पांच बार मिलना चाहिए था.


