क्या है 'बिग ब्यूटीफुल बिल', जिसे लेकर आपस में भिड़ गए ट्रंप और मस्क?
सीनेट में 'बिग ब्यूटीफुल बिल' पर बहस 4 जुलाई 2025 तक पूरी होने की उम्मीद है, और इसका परिणाम न केवल अमेरिकी अर्थव्यवस्था, बल्कि ट्रंप-मस्क के रिश्तों पर भी गहरा प्रभाव पड़ेगा.

One Big Beautiful Bill: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला के CEO एलन मस्क, जो कभी एक-दूसरे के करीबी सहयोगी थे. अब खुलेआम एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं. इस विवाद की जड़ है 'वन बिग ब्यूटीफुल बिल', एक ऐसा विधेयक जो अमेरिकी अर्थव्यवस्था और नीतियों को बदलने का दावा करता है, लेकिन इसने दोनों के बीच तीखी तकरार को जन्म दे दिया है. यह बिल, जिसे ट्रंप अपनी दूसरी पारी की सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं. वह इस समय अमेरिकी संसद में गरमागरम बहस का विषय बना है. तो आखिर यह क्या है और क्यों यह ट्रंप-मस्क के बीच दुश्मनी की वजह बन गया.
क्या है 'बिग ब्यूटीफुल बिल'?
'वन बिग ब्यूटीफुल बिल' एक एक्ट' (OBBBA) 2025 व्यापक विधेयक है, जिसे अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने 22 मई 2025 को 215-214 के मामूली अंतर से पारित किया. यह बिल ट्रंप के घरेलू नीति एजेंडे का हिस्सा है जिसका मकसद 2017 की टैक्स कटौती को और विस्तार देना, सैन्य खर्च में बढ़ोतरी करना, सीमा सुरक्षा को मजबूत करना और बड़े पैमाने पर अवैध प्रवासियों के निर्वासन के लिए फंडिंग सुनिश्चित करना है. इसके अलावा, बिल में विदेश में पैसे भेजने पर रेमिटेंस टैक्स और इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) पर दी जाने वाली की टैक्स छूट को खत्म करने का प्रस्ताव शामिल है. ट्रंप का दावा है कि यह बिल 1.6 ट्रिलियन डॉलर की बचत करेगा और अमेरिकी अर्थव्यवस्था को "दुनिया में सबसे ताकतवर" बनाएगा.
विधेय से मस्क को हुई आपत्ति
एलन मस्क ने इस बिल को "पागलपन" और "विनाशकारी" करार देते हुए इसकी कड़ी आलोचना की है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "सीनेट का नया ड्राफ्ट बिल लाखों नौकरियां खत्म कर देगा और हमारे देश को रणनीतिक रूप से कमजोर बना देगा. यह कानून पुराने उद्योगों को रियायत देता है. लेकिन भविष्य के उद्योगों को तबाह कर देगा." मस्क का मानना है कि यह बिल अमेरिका को आर्थिक रूप से कमजोर करेगा और विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग को नुकसान पहुंचाएगा, जो उनकी कंपनी टेस्ला के लिए बड़ा झटका है. मस्क ने चेतावनी दी और कहा "अगर यह पागलपन भरा खर्च बिल पास हो जाता है, तो अगले ही दिन अमेरिका पार्टी का गठन हो जाएगा. हमारे देश को डेमोक्रेट-रिपब्लिकन यूनिपार्टी के विकल्प की जरूरत है ताकि लोगों के पास वास्तव में आवाज हो." उन्होंने यह भी कहा कि जो सांसद इस बिल का समर्थन करेंगे, उन्हें अगले साल प्राइमरी चुनाव में हार का सामना करना पड़ेगा.
ट्रंप का पलटवार
मस्क को धमकी देते हुए ट्रंप ने आलोचनाओं का जवाब तीखे अंदाज में दिया. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर लिखा, "एलन को शायद इंसान से ज्यादा सब्सिडी मिलती है. बिना सब्सिडी के उनको अपनी दुकान बंद करके दक्षिण अफ्रीका जाना होगा." मस्क की कंपनियों टेस्ला और स्पेसएक्स को मिलने वाली सरकारी सब्सिडी और अनुबंधों की जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा, "इलेक्ट्रिक कारें ठीक हैं, लेकिन हर किसी को इसे खरीदने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए."
'बिग ब्यूटीफुल बिल' का भारत पर प्रभाव
बिल का भारत पर प्रभाव' बिग ब्यूटीफुल बिल' से विदेश में पैसे भेजने पर 3.5% टैक्स का प्रावधान भारत जैसे देशों के लिए चिंता का विषय है. भारत को हर साल अरबों डॉलर की रेमिटेंस प्राप्त होती है, और इस टैक्स से उस पर बड़ा असर पड़ सकता है. इसके अलावा, बिल में स्वच्छ ऊर्जा कार्यक्रमों और मेडिकेड में कटौती का प्रस्ताव भी है. जिससे 86 लाख अमेरिकी नागरिकों का स्वास्थ्य बीमा खतरे में पड़ सकता है.


