पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड कौन है जो पाकिस्तान में छिपकर रच रहा है आतंक की साजिश?
क्या आप जानते हैं कि कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का असली मास्टरमाइंड कौन है? ये शख्स शेख सज्जाद गुल है जो द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) का प्रमुख है. वह पाकिस्तान में छिपा हुआ है और भारत में कई आतंकी हमलों का जिम्मेदार है. इस खबर में जानें कैसे गुल ने आतंकवाद की साजिशों को अंजाम दिया और पाकिस्तान में अपनी सुरक्षित पनाह ली.

Pahalgam Attack Mastermind: हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मास्टरमाइंड का खुलासा हुआ है, जो कोई और नहीं बल्कि शेख सज्जाद गुल है जो द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) का प्रमुख है. गुल को लश्कर-ए-तैयबा का संरक्षण प्राप्त है और वह पाकिस्तान के रावलपिंडी में छिपा हुआ है. उसे सज्जाद अहमद शेख के नाम से भी जाना जाता है.
शेख सज्जाद गुल का खतरनाक इतिहास
50 वर्षीय शेख सज्जाद गुल, जिन्होंने कई आतंकी हमलों की साजिश रची है, का संबंध लश्कर-ए-तैयबा से रहा है. इस हमले के साथ ही गुल का नाम कई अन्य आतंकी हमलों से जुड़ा हुआ है, जिनमें 2020 से 2024 तक मध्य और दक्षिण कश्मीर में टारगेट किलिंग, 2023 में ग्रेनेड हमले, अनंतनाग के बिजबेहरा में पुलिसकर्मियों पर हमला और गंदरबल में सुरंग हमले शामिल हैं.
TRF से जुड़ा खतरनाक लिंक
इस साल अप्रैल में, NIA ने इस आतंकी को आतंकी घोषित किया था और उसकी गिरफ्तारी पर 10 लाख रुपये का इनाम भी रखा था. अप्रैल 2022 में हुए पहलगाम हमले की जांच के दौरान गुल से जुड़े कुछ लिंक और संचार का खुलासा हुआ, जिससे टीआरएफ के इस हमले की जिम्मेदारी लेने की पुष्टि हुई.
गुल का कश्मीर से पाकिस्तान तक का सफर
शेख सज्जाद गुल ने अपनी शिक्षा श्रीनगर में प्राप्त की और बाद में बेंगलुरु से एमबीए किया. इसके बाद उसने केरल में लैब टेक्नीशियन का कोर्स भी किया. फिर वह कश्मीर वापस लौट आया और एक डायग्नोस्टिक लैब खोली. यह वही समय था जब उसने आतंकी समूहों को मदद देना शुरू किया. 2002 में वह दिल्ली पुलिस के हाथों पांच किलोग्राम आरडीएक्स के साथ पकड़ा गया था. वह दिल्ली सिलसिलेवार धमाकों की साजिश रच रहा था और बाद में उसे 10 साल की सजा सुनाई गई.
पाकिस्तान में शरण
2017 में जेल से रिहा होने के बाद गुल पाकिस्तान भाग गया. वहीं, आइएसआई ने 2019 में उसे कश्मीर में टीआरएफ का नेतृत्व करने के लिए चुना. उसके भाई का नाम भी आतंकी गतिविधियों में था, जो पहले सऊदी अरब गया और फिर पाकिस्तान. अब गुल का भाई भी खाड़ी देशों में आतंकी वित्तपोषण में शामिल हो चुका है.
अब क्या होगा गुल का?
कश्मीर में हुए आतंकवादी हमलों की जांच तेज हो गई है और इस खबर से गुल का चेहरा अब सामने आ चुका है. एनआइए द्वारा जारी किए गए इनाम और उसके पाकिस्तान में छिपे होने से अब यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या भारत सरकार गुल को पकड़ने में सफल हो पाएगी?
गुल के साथ उसके आतंकवादी नेटवर्क की जांच भी तेज हो गई है और अब देशभर में सुरक्षाबलों की टीम गुल के खिलाफ पूरी ताकत से जुटी हुई है. उसके पाकिस्तान में छिपे होने के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पार आतंकवाद को लेकर फिर से चर्चा छिड़ गई है.


