शहर-शहर दंगे, सड़कों पर आग… क्या गृहयुद्ध की ओर बढ़ रहा है अमेरिका?
लॉस एंजिल्स में ट्रंप की अप्रवासी नीतियों के खिलाफ भड़के हिंसक प्रदर्शनों ने पूरे अमेरिका को हिला दिया है. नेशनल गार्ड्स की तैनाती, पुलिस की फायरिंग और ट्रंप के भड़काऊ बयानों ने हालात और खराब कर दिए हैं. देश में गृहयुद्ध जैसे हालात बनते दिख रहे हैं.

डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति कार्यकाल में अमेरिका इन दिनों अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. लॉस एंजिल्स में बीते तीन दिनों से हिंसा और आगजनी का दौर चल रहा है. सड़कों पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा है, सेल्फ ड्राइविंग कारों को आग के हवाले किया गया है. हालात इतने बिगड़े कि हाईवे तक जाम कर दिए गए हैं और पुलिस को सीधी फायरिंग करनी पड़ रही है.
ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार लॉरेन टोमासी पर लाइव कवरेज के दौरान रबर बुलेट से हमला हुआ. वीडियो में साफ दिखा कि उनके पैरों में गोली लगी. पुलिस की ये बर्बरता अमेरिकी मीडिया के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भी आलोचना का कारण बनी.
नेशनल गार्ड्स की तैनाती बनी विवाद
ट्रंप प्रशासन ने बिना गवर्नर की मंजूरी के दो हजार अमेरिकी नेशनल गार्ड्स को लॉस एंजिल्स में तैनात कर दिया. उन्होंने प्रदर्शनकारियों पर रबर बुलेट और आंसू गैस का इस्तेमाल किया, जिससे गुस्सा और भड़क गया. यह पहली बार हुआ है जब गवर्नर की मंजूरी के बिना गार्ड्स को उतारा गया, जिससे संवैधानिक अधिकारों पर सवाल खड़े हो गए हैं.
डिपोर्टेशन पॉलिसी से फैला रोष
ट्रंप की सख्त डिपोर्टेशन नीति की वजह से लाखों अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई हो रही है. 6-7 जून को लॉस एंजिल्स में विशेष अभियान के तहत कई छापे मारे गए. इसके बाद मेक्सिकन समुदाय और अन्य प्रवासी वर्ग सड़कों पर उतर आए. अमेरिकी झंडे जलाए गए, दुकानों को लूटा गया और पुलिस से झड़पें हुईं.
मेक्सिकन प्रवासियों में नाराजगी
2020 की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में करीब 1.09 करोड़ मेक्सिकन प्रवासी रहते हैं, जो कुल प्रवासी आबादी का 23% हैं. ये सभी ट्रंप की नीतियों से बेहद नाराज हैं. उन्होंने मैक्सिको का झंडा हाथ में लेकर प्रदर्शन किए और हिंसा की.
ट्रंप के आदेशों से बढ़ी आग
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लगातार भड़काऊ पोस्ट डाले. उन्होंने मास्क पहनकर प्रदर्शन करने वालों को तुरंत गिरफ्तार करने का आदेश दिया और कहा कि अवैध प्रवासियों से शहर को 'आज़ाद' कराया जाएगा. इससे गवर्नर और मेयर के साथ टकराव और गहरा गया.
एलन मस्क और गवर्नर की आलोचना
एलन मस्क ने इस हिंसा को ‘अनुचित’ करार दिया. कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसम ने भी ट्रंप की नीति को असंवैधानिक बताया. अमेरिका की सड़कों पर बढ़ती आग अब सत्ता के गलियारों तक पहुंच चुकी है.
नारा बदल गया?
ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने पर कहा था, “मेक अमेरिका ग्रेट अगेन”, लेकिन अब हालात देख ऐसा लग रहा है मानो उनका नारा “मेक अमेरिका बेड अगेन” हो गया है. विवाद बढ़ रहे हैं, दोस्त घट रहे हैं और अमेरिका अशांति की चपेट में आ गया है.