रूस-यूक्रेन युद्ध पर विराम की पहल, पुतिन ने 22 जून के बाद शांति वार्ता का दिया संकेत
Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक नई पहल सामने आई है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संकेत दिया है कि 22 जून के बाद रूस यूक्रेन के साथ शांति वार्ता के लिए तैयार है. यह संकेत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ एक घंटे लंबी फोन बातचीत के दौरान मिला.

Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध में संभावित विराम की दिशा में बड़ा संकेत देते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि 22 जून के बाद मॉस्को यूक्रेन के साथ नई शांति वार्ता के लिए तैयार है. यह संकेत पुतिन ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ एक घंटे लंबी फोन बातचीत के दौरान दिया, जो उनके 79वें जन्मदिन की बधाई देने के बहाने शुरू हुई थी. हालांकि चर्चा का केंद्र मध्य पूर्व तनाव और रूस-यूक्रेन युद्ध रहा.
वहीं, इस बातचीत में ट्रंप और पुतिन दोनों ने ईरान-इजरायल युद्ध को समाप्त करने की आवश्यकता पर भी सहमति जताई. ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा कि, "राष्ट्रपति पुतिन ने सुबह मुझे जन्मदिन की शुभकामनाएं देने के लिए फोन किया, लेकिन इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह रही कि उन्होंने ईरान के मुद्दे पर चर्चा की, जिसे वह बहुत अच्छे से समझते हैं." उन्होंने आगे कहा, "वे मानते हैं, और मैं भी, कि यह युद्ध समाप्त होना चाहिए. इस पर मैंने उन्हें यह भी समझाया कि उनका युद्ध (यूक्रेन में) भी समाप्त होना चाहिए"
कैदियों की अदला-बदली बनी वार्ता का आधार
कॉल के दौरान पुतिन ने स्पष्ट किया कि रूस 22 जून के बाद यूक्रेन के साथ नई शांति वार्ता के लिए तैयार है, बशर्ते कि तब तक कैदियों और मृत सैनिकों के शवों की अदला-बदली की प्रक्रिया पूरी हो जाए. क्रेमलिन के अनुसार, "दोनों नेताओं ने आपसी संबंधों पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि वे जटिल मुद्दों पर भी समाधान खोजने के लिए व्यापारिक तरीके से संवाद कर रहे हैं."
रूसी अधिकारियों ने यह भी बताया कि इस्तांबुल समझौते के तहत घायल कैदियों और सैनिकों के शवों की अदला-बदली में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है. शनिवार को दोनों देशों ने एक सप्ताह में चौथी बार यह प्रक्रिया पूरी की, जिसमें यूक्रेन को 1,200 शव वापस मिले, जिन्हें रूस ने यूक्रेनी नागरिक और सैन्यकर्मी बताया.
जेलेंस्की ने जताई चिंता
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या कीव रूस के साथ प्रस्तावित शांति वार्ता में शामिल होगा. उन्होंने सिर्फ इतना कहा, "अदला-बदली पूरी होने के बाद, दोनों पक्ष अगले कदम पर चर्चा करेंगे."
उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के कारण अमेरिका का ध्यान और संसाधन यूक्रेन से हट सकते हैं. "हम नहीं चाहते कि यूक्रेन को मिलने वाली सहायता में कोई कमी आए," जेलेंस्की ने कहा और याद दिलाया कि पिछली बार भी ऐसा हुआ था जब क्षेत्र में तनाव बढ़ा था.
जेलेंस्की ने वॉशिंगटन और मॉस्को के बीच नरम रवैये की भी आलोचना की. उन्होंने कहा, "यूक्रेन और रूस को बराबरी पर देखना या सहायता कम करने के संकेत देना गहरी अन्यायपूर्ण बात है. रूस आक्रमणकारी है. उन्होंने यह युद्ध शुरू किया है. वे इसे खत्म नहीं करना चाहते."


