अब प्लेन की ‘सबसे सुरक्षित’ सीट होगी सबसे महंगी – अहमदाबाद क्रैश के बाद नया ट्रेंड!
अहमदाबाद एयर इंडिया क्रैश के बाद एक रिपोर्ट और सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा किया गया है कि विमान की 11A जैसी ओवरविंग सीटें, जो संरचनात्मक रूप से सुरक्षित मानी जाती हैं, अब एयरलाइंस कंपनियों द्वारा महंगे विकल्प के रूप में बेची जा सकती हैं और सबसे महंगी सीट बन सकती हैं.

फ्लाइट से सफर करने वालों के मन में अक्सर यह सवाल उठता है कि प्लेन की सबसे सुरक्षित सीट कौन-सी होती है? अहमदाबाद एयर इंडिया क्रैश के बाद इस सवाल ने फिर से चर्चा पकड़ ली है. सोशल मीडिया पर कई पोस्ट वायरल हो रहे हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि अब एयरलाइंस कंपनियां विमान की "सबसे सुरक्षित" सीट को प्रीमियम कीमत पर बेचने की योजना बना रही हैं. ये सीट है—11A, जो आमतौर पर विंग यानी पंखों के पास होती है.
हाल ही में अहमदाबाद में हुए एक विमान हादसे में 11A सीट पर बैठे एक यात्री की जान बच गई, जबकि प्लेन को गंभीर नुकसान हुआ था. यह सीट ओवरविंग (पंखों के ऊपर) की श्रेणी में आती है. एविएशन एक्सपर्ट्स इसे ‘स्ट्रक्चरल स्ट्रॉन्ग’ सीट मानते हैं, यानी संरचनात्मक रूप से बेहद मजबूत, क्योंकि यह एयरक्राफ्ट के सबसे मजबूत हिस्से – विंग के ठीक ऊपर स्थित होती है.
1998 की दुर्घटना में भी 11A बनी थी जीवन रक्षक
इस तरह की सीटों की सुरक्षा का दावा कोई नया नहीं है. 11 दिसंबर 1998 को थाईलैंड में थाई एयरवेज की फ्लाइट TG261 एक दलदल में क्रैश लैंड हुई थी. उस विमान में 146 यात्री थे, जिनमें से 101 की मौत हो गई थी. लेकिन 20 वर्षीय गायक और अभिनेता रूआंगसाक लॉयचुसाक, जो सीट 11A पर बैठे थे, वह चमत्कारिक रूप से बच गए. आज 47 साल के रूआंगसाक इस सीट को ‘जीवन देने वाली जगह’ मानते हैं.
ओवरविंग सीट क्यों होती है ज्यादा सुरक्षित?
- एविएशन विशेषज्ञों के अनुसार, प्लेन के विंग के ऊपर की सीटें कई वजहों से तुलनात्मक रूप से ज्यादा सुरक्षित मानी जाती हैं:
- यह हिस्सा विमान की संरचना में सबसे मजबूत होता है क्योंकि यहीं इंजन और विंग जुड़े होते हैं.
- ओवरविंग सीटें इमरजेंसी एग्जिट के बेहद पास होती हैं, जिससे रेस्क्यू की संभावना अधिक होती है.
- इन सीटों पर लेग स्पेस भी ज्यादा होता है, जिससे यात्री आपातकाल में तेजी से बाहर निकल सकते हैं.
क्या ये सीटें होंगी अब प्रीमियम?
सोशल मीडिया पर वायरल बहस का यही मूल सवाल है. अगर एयरलाइंस इन सीटों को "सुरक्षित सीट" का टैग देकर ज्यादा दाम पर बेचना शुरू करती हैं, तो यह यात्रियों के लिए नई चुनौती होगी. फिलहाल एयरलाइंस की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन क्रैश रिपोर्ट्स और यात्रियों के अनुभवों ने इस बहस को गर्म कर दिया है.


