ईरान-इजरायल संघर्ष तीसरे दिन भी जारी, ऊर्जा और परमाणु ठिकाने बने निशाना
Israel Iran Conflict: पश्चिम एशिया में हालात तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं. इजरायल ने रविवार को ईरान के ऊर्जा और परमाणु ठिकानों पर सीधा हमला किया, जिसके जवाब में ईरान ने भी मिसाइलों से पलटवार किया. दोनों देशों के बीच यह टकराव अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है, जिससे बड़े युद्ध की आशंका बढ़ गई है.

Israel Iran Conflict: पश्चिम एशिया में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. रविवार को इजरायल ने ईरान पर अब तक का सबसे बड़ा हमला करते हुए उसके ऊर्जा उद्योग और रक्षा मंत्रालय मुख्यालय को निशाना बनाया. इसके जवाब में तेहरान ने एक और मिसाइल हमला करते हुए ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3 की शुरुआत की, जिसमें इजरायल के उत्तरी हिस्से गलील क्षेत्र में चार लोगों की मौत की खबर है.
यह लगातार तीसरी रात थी जब दोनों देशों के बीच युद्ध जैसी स्थिति देखने को मिली. इजरायल ने शुक्रवार सुबह से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करने की दिशा में 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' शुरू किया. अब यह संघर्ष सीधे ईरान की जमीन पर पहुंच चुका है, जिससे पूरे पश्चिम एशिया में तनाव की लहर दौड़ गई है.
इजरायल ने किए बड़े सैन्य ठिकानों पर हमले
इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने दावा किया है कि उन्होंने तेहरान में ईरान की परमाणु हथियार परियोजना से जुड़े कई ठिकानों को निशाना बनाया. इन ठिकानों में रक्षा मंत्रालय का मुख्यालय, SPND परमाणु परियोजना का मुख्यालय और अन्य ऐसे स्थान शामिल थे, जहां ईरान कथित रूप से अपने परमाणु अभिलेखों को छुपा रहा था.
IDF ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, “IDF ने तेहरान में ईरानी शासन की परमाणु हथियार परियोजना से जुड़े लक्ष्यों पर एक व्यापक श्रृंखला में हमले किए. लक्ष्यों में रक्षा मंत्रालय मुख्यालय, SPND और अन्य स्थान शामिल थे, जो ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहे थे.”
गैस प्लांट पर ड्रोन हमला, ईरान में भीषण धमाका
ईरानी अर्ध-सरकारी समाचार एजेंसियों के अनुसार, इजरायली ड्रोन ने एक प्राकृतिक गैस प्रोसेसिंग प्लांट को निशाना बनाया, जिससे वहां तेज धमाका हुआ. यदि यह पुष्टि होती है, तो यह ईरान के ऊर्जा क्षेत्र पर इजरायल का पहला सीधा हमला माना जाएगा. समाचार एजेंसी AP ने भी इस हमले की पुष्टि करते हुए इसे युद्ध का नया स्तर बताया है.
ईरान ने इजरायली शहरों पर दागी मिसाइलें
ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड ने दावा किया है कि उनके मिसाइल हमलों में इजरायल के लड़ाकू विमानों के लिए ईंधन उत्पादन संयंत्रों को निशाना बनाया गया. हालांकि, इजरायल ने अभी इस दावे की पुष्टि नहीं की है.
तेहरान में आधी रात को विस्फोटों की गूंज के साथ ही ईरान ने एक और मिसाइल हमला शुरू किया. इजरायली सुरक्षा कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई गई.
इजरायली रक्षा मंत्री का तीखा बयान
इजरायल के रक्षा मंत्री इसराइल कात्ज़ ने सोशल मीडिया पर कहा, “तेहरान जल रहा है.” उनके इस बयान को मौजूदा हालात के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है कि इजरायल पीछे हटने के मूड में नहीं है.
दोनों देशों में भारी जान-माल का नुकसान
इजरायली अधिकारियों के मुताबिक, गलील क्षेत्र में एक रिहायशी इमारत पर मिसाइल गिरने से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई. वहीं, ईरान में हताहतों की सटीक संख्या अभी सामने नहीं आई है.
ईरान के संयुक्त राष्ट्र में राजदूत ने जानकारी दी कि अब तक 78 लोगों की जान गई है और 320 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
इजरायल ने किए सैकड़ों हमले
इजरायल का कहना है कि पिछले दो दिनों में उसने ईरान के खिलाफ सैकड़ों हमले किए हैं, जिनमें ईरान के कई टॉप जनरल और नौ वरिष्ठ वैज्ञानिक मारे गए हैं, जो उसके परमाणु कार्यक्रम से जुड़े थे. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, "हमारे हमले अभी शुरुआत भर हैं. जो होने वाला है, वह इससे कहीं अधिक गंभीर होगा."
अमेरिका से बातचीत रद्द
ईरान ने अमेरिका के साथ अपनी आगामी परमाणु वार्ता रद्द कर दी है और चेतावनी दी है कि अगर इजरायल ने हमले तेज किए, तो उसका जवाब और भी कड़ा और व्यापक होगा. ईरान ने यह भी कहा कि इजरायल की सहायता कर रहे देशों के सैन्य अड्डों को भी निशाना बनाया जा सकता है.


