Video: कोरियन बिहारी से मिले संजय कुमार झा, सियोल में बना खास रिश्ता
Indian delegation Korea: संजय कुमार झा, जो वर्तमान में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, ने सियोल में कोरियन बिहारी के नाम से प्रसिद्ध यूट्यूबर Yechan C. Lee से मुलाकात की. इस खास मुलाकात ने बिहार और कोरिया के बीच सांस्कृतिक और कूटनीतिक रिश्तों को और मजबूती दी.

Indian delegation Korea: जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद संजय कुमार झा, जो वर्तमान में दक्षिण कोरिया में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, ने सियोल में मशहूर यूट्यूबर Yechan C. Lee उर्फ चार्ली से मुलाकात की. कोरियन बिहारी के नाम से फेमस चार्ली की यह मुलाकात न केवल दो देशों के बीच सांस्कृतिक पुल को मज़बूती देती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे बिहार और कोरिया के बीच एक अनोखा संबंध बन चुका है.
संजय कुमार झा ने अपनी इस खास मुलाकात के बारे में एक्स (ट्विटर) पर लिखा, "यह मुलाकात कुछ अलग और खास थी!" चार्ली, जो अपने बिहारी अंदाज और भोजपुरी एवं मैथिली बोलने के लिए प्रसिद्ध हैं, बिहार के प्रति अपनी गहरी श्रद्धा रखते हैं. वह बचपन में अपने माता-पिता के साथ पटना आए थे और यहीं पले-बढ़े.
यह मुलाकात कुछ अलग और खास थी! 🤩
सियोल (दक्षिण कोरिया) में यूट्यूबर Yechan C. Lee उर्फ Charlie, जो अपने ठेठ बिहारी अंदाज के लिए 'कोरियाई बिहारी' के नाम से भी जाने जाते हैं, से मिल कर खुशी हुई। चार्ली बचपन में अपने माता-पिता के साथ पटना आ गये थे और यहीं पले-बढ़े।
देखें, एक झलक👇 pic.twitter.com/XSABsMyvCv— Sanjay Kumar Jha (@SanjayJhaBihar) May 28, 2025
सियोल में हुई दिलचस्प मुलाकात
चार्ली, जो अपनी यूट्यूब चैनल पर बिहारी संस्कृति का प्रचार करते हैं, ने कहा कि उनकी सफलता का श्रेय बिहार को जाता है. वह भारत के बाहर रहते हुए भी अपनी मातृभाषाओं और बिहारी संस्कृति को गर्व से प्रस्तुत करते हैं. उनके इस योगदान को संजय कुमार झा ने भी सराहा और कहा कि वह बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को विश्व स्तर पर बढ़ावा देने के लिए चार्ली के प्रयासों की सराहना करते हैं.
बिहारी संस्कृति का सम्मान
संजय कुमार झा और चार्ली की मुलाकात एक वीडियो के रूप में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसमें दोनों मैथिली में एक-दूसरे से बातचीत करते दिखाई दिए. इस वीडियो ने दिखाया कि सांस्कृतिक संबंधों की कोई सीमा नहीं होती और यह मुलाकात दोनों देशों के बीच एक मज़बूत सांस्कृतिक सेतु का प्रतीक बन गई.
संजय कुमार झा ने मुलाकात के दौरान कहा, "मैं पहली बार कोरिया आया हूँ, और यहां आकर बहुत अच्छा महसूस हो रहा है." इसके बाद चार्ली ने जवाब दिया, "जो कुछ भी मैंने हासिल किया है, वह बिहार की वजह से है. कोरिया में होने के बावजूद, जब मैं बिहारी भाषाएं बोलता हूं और बिहार को प्रस्तुत करता हूं, तो मुझे गर्व महसूस होता है कि सांसद झा ने मुझे पहचाना."
सांस्कृतिक और कूटनीतिक दृष्टिकोण
इस मुलाकात से पहले, भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने दक्षिण कोरिया में भारतीय राजदूत अमित कुमार से भी मुलाकात की. इस प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य कोरिया में भारत के खिलाफ आतंकवाद का स्पष्ट संदेश देना और पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद को उजागर करना था. इस संदर्भ में ऑपरेशन सिंदूर और 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का उल्लेख किया गया.
संजय कुमार झा ने कहा कि यह यात्रा भारत और कोरिया के बीच सांस्कृतिक और कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने चार्ली की सराहना की, जिन्होंने विदेश में रहते हुए भी बिहार की संस्कृति और भाषा को जीवित रखा है.


