51वां राज्य? ट्रंप ने कार्नी से कनाडा और अमेरिका के विलय पर ली चुटकी, कैसा था कनाडाई पीएम का रिएक्शन
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और कनाडाई प्रधानमंत्री कार्नी की मुलाकात में व्यापार, सुरक्षा और गाजा युद्धविराम पर चर्चा हुई. बातचीत के दौरान ट्रंप ने कनाडा को 51वां राज्य कहकर मजाक किया. हालांकि गाजा मुद्दे पर मतभेद हैं, फिर भी दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने पर सहमति जताई.

Trump Canada meeting: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की मंगलवार को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में मुलाकात के दौरान एक हल्का-फुल्का लेकिन चर्चा योग्य पल सामने आया. ट्रंप ने कनाडा पर तंज कसते हुए मजाक में कहा कि वह 51वां राज्य बन सकता है, जिस पर कमरे में मौजूद लोग मुस्कुरा उठे.
चर्चा के दौरान मजाक
यह वाकया तब हुआ जब प्रधानमंत्री कार्नी 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमलों की दूसरी बरसी के संदर्भ में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे. वह ईरान के प्रभाव को कम करने की बात कर रहे थे और बोले कि उनके पास बात रखने के लिए ज्यादा समय नहीं है, लेकिन यह विषय अत्यंत महत्वपूर्ण है.
इसी दौरान ट्रंप ने बीच में हस्तक्षेप करते हुए मजाकिया लहजे में कहा कि कनाडा और अमेरिका का विलय! इस पर उपस्थित लोग हंस पड़े. ट्रंप ने तुरंत अपनी बात स्पष्ट करते हुए जोड़ा कि मैं सिर्फ मजाक कर रहा था. इस पर कार्नी भी मुस्कुरा दिए और बोले कि मैं उस दिशा में नहीं जा रहा था.
क्षेत्रीय सुरक्षा पर हुई गंभीर चर्चा
बैठक का असली फोकस व्यापार, सुरक्षा और गाजा क्षेत्र में चल रहे युद्ध को समाप्त करने के प्रस्ताव पर था. ट्रंप ने बताया कि अमेरिका और कनाडा कई अहम मुद्दों पर सहयोग बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम उस संघर्ष को समाप्त करने के लिए काम कर रहे हैं, जो हजारों वर्षों से चला आ रहा है.
गाजा युद्धविराम को लेकर ट्रंप ने अपनी योजना का ज़िक्र करते हुए दावा किया कि इसे अंतरराष्ट्रीय समर्थन प्राप्त है. उन्होंने कहा कि दुनिया भर के लगभग हर देश ने इस योजना को सराहा है. उनका मानना है कि यह पहल सिर्फ गाजा तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि पूरे मध्य पूर्व में शांति की संभावना बढ़ाएगी.
कार्नी ने ट्रंप की तारीफ की
प्रधानमंत्री कार्नी ने अमेरिकी राष्ट्रपति की तारीफ करते हुए उन्हें एक परिवर्तनकारी नेता बताया. उन्होंने कहा कि ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका की अर्थव्यवस्था सशक्त हुई, नाटो सहयोगियों को रक्षा खर्च में योगदान के लिए प्रेरित किया गया, और विश्व के कई क्षेत्रों में शांति प्रयासों को बल मिला, जैसे भारत-पाकिस्तान और अजरबैजान-आर्मेनिया.
गाजा पर मतभेद
हालांकि दोनों देशों के बीच गाजा को लेकर नीतिगत मतभेद मौजूद हैं.अमेरिका इज़रायल का समर्थन करता है, जबकि कनाडा ने हाल ही में फ़िलिस्तीन को एक स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता दी है. फिर भी दोनों नेताओं के बीच मुलाकात सौहार्दपूर्ण रही.
मार्च 2025 में प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद से कार्नी ने कनाडा की संप्रभुता पर जोर देते हुए कहा था कि उनका देश किसी भी रूप में अमेरिका का हिस्सा नहीं बनेगा. इस बयान से यह स्पष्ट हो गया कि ट्रंप का तंज भले ही मजाक में था, लेकिन यह एक संवेदनशील मुद्दा बना हुआ है.


